Raipur। छत्तीसगढ़ कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक मंत्री मोहन मरकाम और पीसीसी चीफ़ दीपक बैज के साथ प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा ने की है। बैठक में राष्ट्रीय सचिव सप्तगिरी उल्का, चंदन यादव और विजय जांगिड़ भी उपस्थिति थे। बैठक का विषय का केंद्र पीसीसी की कार्यकारिणी विशेषकर सचिवों की नियुक्ति होना बताया गया है। मंत्री मरकाम ने दिल्ली प्रवास के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से अलग से चर्चा की है।
कार्यकारिणी और सचिवों की नियुक्ति पर चर्चा
पीसीसी में क़रीब चार साल तक अध्यक्ष रहे मोहन मरकाम को बीते 12 जुलाई को पीसीसी चीफ़ पद से हटा कर भूपेश सरकार में मंत्री बना दिया गया। कांग्रेस ने मरकाम की जगह पर पीसीसी चीफ़ के रुप में दीपक बैज की नियुक्ति की। अब नए पीसीसी चीफ़ बैज को अपनी पूरी तरह से नई कार्यकारिणी बनानी होगी या कुछ संशोधन के साथ पुरानी कार्यकारिणी ही चलने दी जाए, इसे लेकर लगातार मंथन जारी है। बतौर पीसीसी चीफ़ मोहन मरकाम ने सभी क्षत्रपों से चर्चा कर के सचिवों के नाम की लिस्ट को अंतिम रुप दे दिया था, लेकिन इसके पहले कि वह लिस्ट अधिकृत रुप से एआईसीसी से जारी होता उसके पहले ही पीसीसी चीफ़ पद से मोहन मरकाम को मुक्त कर दिया गया। दिल्ली में आयोजित बैठक में सचिवों की लिस्ट जिनकी संख्या करीब 120 के आसपास है, उन्हें लेकर चर्चा हुई है।
मरकाम को इसलिए तवज्जो
पीसीसी चीफ़ के रूप में मोहन मरकाम ने लंबी पारी खेली है। उनका सीधा टकराव सीएम भूपेश से कई बार हुआ। मोहन मरकाम की छवि विनम्र लेकिन दृढ़ता से काम करने वाले व्यक्ति की है। उन्होंने संगठन में ज़बर्दस्त काम किया, अब चुनाव में केवल तीन महीने का समय बचा है, ऐसे में मरकाम जैसे मज़बूत आदिवासी नेता को नाराज़ करने का जोखिम नहीं उठाया जा सकता है। इसलिए ही जितनी तेज़ी से पीसीसी चीफ पद से मरकाम मुक्त हुए उतनी ही तेज़ी से वे कैबिनेट मंत्री बना दिए गए। मरकाम की सहमति संगठन में जरुरी है, इस पर मुहर और मज़बूती से तब लग गई जबकि पीसीसी में संभावित नई नियुक्तियों को लेकर अंतिम फ़ैसले के पहले हाईकमान ने मरकाम को दिल्ली तलब किया। खबरें हैं कि बैठक देर तक चली है। इस बैठक के ठीक पहले मंत्री मरकाम की अकेले में मुलाक़ात कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जून खड़गे से अकेले में हुई है। मोहन मरकाम के क़रीबियों ने इस मुलाक़ात को सौजन्य मुलाक़ात के रुप में बताया है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे जांजगीर आ सकते हैं
खबरें हैं कि राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जांजगीर आ सकते हैं। जो अपुष्ट खबरें तैर रही हैं उनके अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे जांजगीर में सतनाम समाज की बेहद प्रभावशाली चेहरा रहीं स्वर्गीय मिनीमाता के जन्मदिन जो कि 11 अगस्त को है, उसमें शामिल होने के लिए आ सकते हैं।मिनीमाता करीब 20 साल तक सांसद रहीं। हवाई जहाज़ हादसे में उनकी जब मौत हुई वे तब भी सांसद थीं। सांसद मिनीमाता उस सतनाम समाज के प्रमुख धर्म गुरु परिवार से आती हैं जिस समाज का प्रदेश की 11 विधानसभा सीटों पर सीधा दख़ल है। संकेत हैं कि 11 जुलाई याने कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के प्रस्तावित दौरे के पहले चुनाव से जुड़ी अहम समितियों का एलान हो जाएगा।