नितिन मिश्रा, RAIPUR. राजधानी में सोमवार को भाजयुमो ने पीएससी घोटाले के विरोध में बड़ा प्रदर्शन किया। वहीं कांग्रेस ने इस प्रदर्शन को असफल बताया है। कांग्रेस नेता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बीजेपी के नौंवी फेल नेता नहीं जानते पीएससी का पूरा नाम। तेजस्वी सूर्या को अमित शाह ने कान खींच कर छत्तीसगढ़ भेजा है। अगर पीएससी में घोटाला हुआ है तो वो किसी भी अदालत में केस करें, हम केस लड़ने के लिए तैयार हैं।
प्रदर्शन को बताया असफल
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने आज पीएससी मसले को लेकर प्रेसवार्ता की। जिसमें संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बीजेपी के युवा वींग का ये आंदोलन पूरी तरह से असफल रहा। केवल 4-5 सौ लोग ही कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। पीएससी की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी शिकायत नहीं कर रहे हैं। बीजेपी के लोग ही जबरदस्ती का आरोप लगा रहे हैं। 15 सालों में बीजेपी ने 9 परीक्षाएं ही आयोजित कराई। अब परीक्षाएं हो रही हैं तो बीजेपी को परेशानी हो रही है। बीजेपी के लोग पीएससी की निविदा पर आरोप लगा रहें हैं। बता दें कि समय-समय पर उसके काग़ज़ों को नष्ट करवाते हैं। दो साल तक सुरक्षित रखने के बाद ये होता है। यदि कुछ गड़बड़ी होती है तो फैसला होने के बाद ही नष्ट किया जाता है। अंधे बीजेपी के नेता ये मनघडंट आरोप लगा रहे हैं। अगर मेरिट में इंटरव्यू और लिखित में अलग अलग नंबर हैं तो गड़बड़ी है तो शंका की जा सकती है। बीजेपी के 9 वीं फेल नेता पीएससी का पूरा नाम भी नहीं जानते होंगे। अमित शाह ने कान खींच कर तेजस्वी सूर्या को छत्तीसगढ़ में भेजा है।
बीजेपी केस करें साक्ष्य हैं तो
कांग्रेस के नेता आरपी सिंह ने कहा है कि तेजस्वी सूर्या पेशे से वकील हैं। अगर पीएससी में घोटाला हुआ है तो वो किसी भी अदालत में केस करें। हम केस लड़ने के लिए तैयार हैं। छात्र की जगह पेंशन लेने वाले नेता पीएससी का विरोध कर रहें हैं। तेजस्वी सूर्या ने कहा की छः सूत्री माँग को लेकर आगे बढ़ेंगे। अपनी सरकार आने पर कैमरा लगाएंगे। मैं बता दूँ कि हर परीक्षा की रिकॉर्डिंग छत्तीसगढ़ में होती है। कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए ये सब सड़यंत्र किया जा रहा है।