नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं के आने जाने का सिलसिला जारी है। पूर्व कलेक्टर नीलकंठ टेकाम ने बीजेपी की सदस्यता ले ली है। बीजेपी के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व सीएम रमन सिंह के नेतृत्व में नीलकंठ टेकाम ने बीजेपी की सदस्यता ली है। नीलकंठ टेकाम ने वीआरएस लेकर राजनीति में उतरने का फैसला लिया था। उनकी लंबे समय से बीजेपी ज्वाइन करने की खबरें सुनने मिल रहीं थी। आज उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ले ली है।
कौन है नीलकंठ टेकाम
नीलकंठ टेकाम 2008 बैच के प्रमोटी आईएएस हैं। उनकी सक्रियता केसकाल विधानसभा को लेकर मानी जाती है। उनकी लंबे समय से बीजेपी ज्वाइन करने की खबरें सामने आ रहीं थी। जिसके बाद उन्होंने 23 अगस्त को बीजेपी का दामन थाम लिया है।
छात्र जीवन से राजनीति की शुरुआत
कांकेर के अंतागढ़ के रहने वाले नीलकंठ टेकाम ने छात्र जीवन से छात्र राजनीति में सक्रिय हो गए थे। उन्होंने पहली बार 1987-88 कांकेर महाविद्याल के छात्र संघ अध्यक्ष के रूप ने चुनाव लड़ा और अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए। यहां से उन्होंने राजनीति में पहला कदम रखा। 1989 में समाज शास्त्र स्नातकोत्तर के बाद केवल मात्र 7 दिनों के लिए 1991 में शिक्षक के रूप में चयनित हुए। कुछ ही दिनों के बाद अविभाजित मध्यप्रदेश में खंडवा महिला कॉलेज में प्रोफेसर के लिए चयनित हुए। 1994 में मध्यप्रदेश पीएससी की टॉप सूची में नीलकंठ टेकाम ने पीएससी क्लियर किया और बतौर डिप्टीकलेक्टर चयनित हुए। उनकी पहली पोस्टिंग मध्यप्रदेश के धार जिले में एसडीएम के रूप में हुई। छत्तीसगढ़ राज्य अलग होने के बाद मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ केडर ऐलाट होने पर रायपुर में पोस्टिंग दी गई। इसके बाद उन्हें एसडीएम के पद पर जगदलपुर की कमान दी गई। 2008 में उन्हें आईएस अवार्ड से सम्मानित किया गया। जिसके बाद उन्हें बस्तर के कोण्डागांव जिले का कलेक्टर बनाया गया। छत्तीसगढ़ में मंत्रालय में भी नीलकंठ टेकाम ने अपनी सेवाएं दी हैं।