नितिन मिश्रा, RAIPUR. राजधानी में अब ग्रिड के फेल होने पर बिजली गुल नहीं होगी। दरअसल छत्तीसगढ़ पावर स्टेट कंपनी ने न्यू आईलैंडिंग स्कीम लागू करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत किसी भी स्थिति में राजधानी में बिजली की सप्लाई नहीं रुकेगी। इस स्कीम के लिए मड़वा प्लांट से सीधे बिजली के सप्लाई दी जाएगी। यह योजना अभी देश के 43 शहरों में लागू की गई है।
क्या है आईलैंडिंग स्कीम
छत्तीसगढ़ विद्युत नियामक आयोग ने कैपिटल इन्वेस्टमेंट प्लांट 2022–25 के तहत कार्ययोजना को मंजूरी दी है। इसकी लागत 150 करोड़ रुपए है। इसके तहत ही आईलैंडिंग स्कीम भी शुरू की गई है। ट्रांसमिशन कंपनी आईलैंडिंग स्कीम के तहत कार्ययोजना तैयार कर रही है। इससे राजधानी रायपुर के लिए नया बिजली सप्लाई सिस्टम तैयार किया जाएगा। पूरे राज्य में भी बिजली बंद होने पर राजधानी में बिजली की सप्लाई नहीं रुकेगी। इसके लिए मड़वा पवार प्लांट से सीधे बिजली की सप्लाई मिलेगी। इस स्कीम के अंतर्गत कंट्रोल पैनल और आधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे। यह सिस्टम ऑटोमेटिक ही काम करेगा। बिजली बंद होने पर राजधानी को मड़वा प्लांट से बिजली उपलब्ध कराई जाएगी।
ग्रिड सिस्टम से छुटकारा
आईलैंडिंग स्कीम के जरिए ग्रिड सिस्टम से राजधानी को छुटकारा मिल जाएगा। वर्तमान समय में पूरे देश में बिजली की आपूर्ति ग्रिड सिस्टम के माध्यम से की जा रही है। जिससे सभी राज्य एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। किसी भी राज्य में परेशानी होने पर छत्तीसगढ़ को भी परेशानी झेलनी पड़ती है। लेकिन आईलैंडिंग स्कीम लागू होने के बाद राजधानी को ग्रिड सिस्टम से पूरी तरह छुटकारा मिल जाएगा। यानी ग्रिड फेल होने पर भी राजधानी की बिजली सप्लाई में कोई फर्क नहीं पड़ेगा। आईलैंडिंग स्कीम को देश के 43 देशों में लागू किया गया है। जिनमें से 26 शहरों में काम शुरू हो चुका है। इसमें रायपुर, नागपुर, जबलपुर, जामनगर और भुज शामिल हैं।