नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में एक बार फिर जीएडी ने अनियमित कर्मचारियों की लिस्ट मंगवाई है। सभी विभागों को सप्ताह भर के भीतर जानकारी देने को कहा गया है। संविदा कर्मियों के स्थायीकरण पर विचार किया जाएगा।वहीं कई विभाग के हजारों कर्मचारी महीने भर से हड़ताल कर रहे हैं।
जीएडी ने मंगाई सूची
जानकारी के मुताबिक अनियमित कर्मचारी नियमितीकरण की मांग को लेकर लंबे समय से सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। कर्मचारियों की मांग है कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में नियमितीकरण की घोषणा को शामिल किया था। लेकिन उसे पूरा नहीं किया है। सामान्य प्रशासन विभाग जीएडी ने एक बार फिर से विभागों से सीधी भर्ती के पदों पर नियुक्त अनियमित दैनिक श्रमिक, संविदा, दैनिक वेतन कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों की जानकारी है। जीएडी ने सभी विभागों के प्रमुख सचिव सचिव और विशेष सचिव को 1 सप्ताह में जानकारी देने के लिए कहा है। जीएडी ने केवल अनियमित दैनिक श्रमिकों संविदा एवं दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के संबंध में आदेश जारी किया है। इसमें अंशकालीन, आउटसोर्सिंग, प्लेसमेंट ठेका, जॉब दर, मानदेय श्रम कर्मियों के प्रकार का उल्लेख नहीं किया गया है। संविदा में नियुक्ति पत्र धारक संविदा की जानकारी मांगी है वही दैनिक वेतन भोगी में नियुक्ति पत्र धारक नहीं लिखा गया। पिछली बार 37 विभागों के द्वारा अनियमित कर्मचारियों की जानकारी दी गई थी। राज्य सरकार किसी फार्मूले के तहत अब इन कर्मचारियों को फायदा देने का प्रयास कर रही है।
घुटने टेक कर संवाद निकाली संवाद रैली
संविदा कर्मचारियों ने छत्तीसगढ़ सरकार के खिलाफ 26 जुलाई को संवाद रैली निकाली है। अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले कर्मचारियों ने अपनी मांगों को पूरा करने के लिए संविदा कर्मचारियों ने घुटनों के बल चलकर और दंडवत होकर संवाद रैली निकाली। जानकारी के अनुसार, इस संवाद रैली में जशपुर, बलरामपुर, दंतेवाडा, बीजापुर, सुकमा से सुबह से ही संविदा कर्मचारी तूता पहुंचे। इस रैली का नेतृत्व घुटनों के बल चलने वाले, दंडवत चलने वाले, दिव्यांग और महिलाएं अपने बच्चों के लेकर धरना स्थल में पहुंची। जहां सभी सभी ने मुख्यमंत्री बघेल से सभी ने संवाद करने की मांग रखी।