नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में महंगाई ने आम आदमी के साथ–साथ थोक व्यापारियों की भी कमर तोड दी है। सब्जियों के दाम कम होने के बाद अब किराना सामानों के दाम बढ़ गए हैं। थोक समान बेचने वाले व्यापारियों के धंधे में भारी गिरावट हुई है। व्यापारियों को 30 प्रतिशत तक की मंदी का सामना करना पड़ रहा है।
थोक व्यापार में 30 प्रतिशत तक की मंदी
राजधानी रायपुर के डूमरतराई में थोक व्यापारियों के रोज होने वाली कमाई में 30 प्रतिशत की मंदी आई है जहां रोजाना 12 करोड़ रुपए से ज्यादा की आमदनी होती थी। वहीं अब ये आंकड़ा साढ़े नौ करोड़ पर आकर रुक गया है। लगातार महंगाई बढ़ने से अब व्यापारियों ने स्टॉक रखना भी कम कर दिया है क्योंकि अब ग्राहक भी उतना ही समान खरीद रहा है जितनी उसकी जरूरत है। हाल ही के सब्जी के दाम आसमान छू रहे थे। जिससे राहत मिलने के बाद अब किराना सामान की कीमतें लागतार बढ़ रहीं है। कारोबार के भारी कमी के कारण व्यापारियों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
आसमान छू रहे किराना सामान के भाव
किराने से जुड़े हर सामान की कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। वो चाहे मसाले हों या अनाज दोनो ही मानों एक– दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर रहें हैं। पहले जीरा का दाम बढ़ा तो अब इलायची भी पीछे नहीं रह गई है। जीरा फुटकर में 800 रुपए किलो पर मिल रहा है। वहीं इलायची 1500 से बढ़कर 3 हजार रुपए तक पहुंच गई है। चावल की कीमत 10 से 12 रुपए बढ़ी है। तो वहीं आटा भी 4 से 5 रुपए महंगा हो गया है। तेल, साबुन, मैदा, बेसन, चना बिस्किट और नमकीन में भी 20 से 25 रुपए तक की बढ़ोत्तरी हुई है। दिन– प्रतिदिन सामानों के दामों में बदलाव हो रहा है।