नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग ने मंगलवार 18 जुलाई को राइस मिलरों के 16 ठिकानों पर रेड की है। आईटी की रेड में हवाला लेनदेन के साथ बोगस बिलिंग और जमीन के दस्तावेज मिले हैं। आईटी की छापेमारी कार्रवाई में 2 करोड़ रुपए बरामद किया गया है। इनमें से 50 लाख रूपए सीज कर दिया गया है।
छत्तीसगढ़ में आईटी की रेड
जानकारी के मुताबिक मंगलवार 19 जुलाई को आयकर विभाग की टीम ने लोहा कारोबार से जुड़े उद्योगपतियों और देर रात नान एवं मार्कफेड के एमडी मनोज सोनी और दुर्ग, धमतरी, बिलासपुर, महासमुंद में राइस मिलरों के 16 ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की है। छापेमारी की इस कार्यवाही में राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश रुंगटा का नाम भी सामने आया है। अब तक की आईटी की छापेमारी में 2 करोड रुपए बरामद हुए हैं। इनमें से 50 लाख रूपए को सीज किया गया है। आईटी की टीम ने जिन लोहा कारोबार से जुड़े उद्योगपति और रेल्वे ठेका से जुड़े ठेकेदारों पर छापेमारी कार्रवाई की है उनके अलग-अलग नाम से 1 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं उसमें से 40 लाख रूपए सीज किया गया। साथ ही यहां से मिली ज्वेलरी का वैल्यूएशन निकाला जा रहा है।
एमडी के यहां कच्चे लेन–देन की रसीद जब्त
नान और मार्कफेड केएमडी मनोज सोनी के यहां चापेमारी के दौरान लॉकर से लेन–देन की रसीद मिली है। कच्चे में जो रसीद मिली है वह किस लेने से संबंधित है, इसकी जानकारी की अभी पुष्टि नहीं हो पाई है। आईटी की अफसर के घर देर रात कार्रवाई से सभी राइसमिलरों से एक करोड़ रुपए मिले हैं।
बड़े पैमाने पर बोगस बिल मिले
जानकारी के मुताबिक आईटी की टीम को कारोबारियों के यहां छापेमारी में बड़े पैमाने पर बोगस बिलिंग के साथ कच्चे कैश में ट्रांजैक्शन की जानकारी मिली है। जिन लोगों के यहां से जमीन खरीदी के दस्तावेज मिले हैं। उनके द्वारा केस में जमीन खरीदने की जानकारी आईटी अफसरों को लगी है। आईटी की टीम को कारोबारियों द्वारा कच्चे में लेनदेन की राशि हवाला के माध्यम से ट्रांजैक्शन करने की जानकारी मिली है।