नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ के नया रायपुर अटल नगर में स्थित झांझ और सेंध जलाशय को पाटने के मामले में जांच समिति बनाई गई है। जांच समिति की पहली बैठक 21 जुलाई को होगी।जिसमें सभी संबंधित विभागों के पास से दस्तावेजों की जानकारी मांगी गई है। वेटलैंड नियमों समेत दर्जनभर बिंदुओं पर जांच की जाएगी।
क्या मामला है
जानकारी के मुताबिक रायपुर अटल नगर स्थित झांझ जलाशय लगभग 270 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है यहां जलाशय में वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। जलाशय के सौंदर्यीकरण के लिए एक बड़े हिस्से में मुरूम– मिट्टी डालकर पाटे जाने का मामला सामने आया था। जलाशय के हिस्से को पाटकर चारों ओर पास में विकसित किया जा रहा है। पूरे मामले की शिकायत जिला कलेक्टर डॉक्टर सर्वेश्वर भूरे को की गई जिसके बाद उन्होंने जांच समिति बनाई है।
21 जुलाई को पहली बैठक
दोनों जलाशयों को पाटने के मामले में बनाई गई जांच समिति की पहली बैठक 21 जुलाई को रखी गई है। जांच समिति ने नया रायपुर विकास प्राधिकरण और नगर निगम सभी संबंधित विभागों से दस्तावेजों की जानकारी मंगाई है। जिसमें वेटलैंड नियमों के उल्लंघन सहित दर्जनों भर बिंदुओं पर मामले की जांच की जाएगी।
दर्जन भर बिंदुओं पर होगी जांच
अधिकारियों ने मौके पर जाकर जलाशयों की पहले की और वर्तमान की स्थिति का सत्यापन किया है साथ ही निर्माणाधीन कार्यों का वेरिफिकेशन भी किया गया है छत्तीसगढ़ राज्य वेटलैंड प्राधिकरण ने 22 जून को रायपुर कलेक्टर और जिला वेटलैंड संरक्षण समिति के अध्यक्ष को जांच के आदेश दिए थे साथ ही वस्तुस्थिति से प्राधिकरण को अवगत कराने कहा गया था। जांच बिंदुओं में वेटलैंड नियमों के उल्लंघन के साथ अन्य 12 बिंदु शामिल हैं।