नितिन मिश्रा, Raipur. सिद्धार्थ अपहरण कांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। सिद्धार्थ के घर में रहने वाला किरायादार ही किडनैपिंग का मास्टरमाइंड है। पैसों के लालच में किडनैपिंग का प्लान बनाया। MP के अपने अपराधी दोस्त के साथ घटना को अंजाम दिया है।किराएदार अंकित घर में रहकर पुलिस की हरकतों पर नज़र रखता था। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं 3 आरोपी फरार हैं।
किराएदार ही निकला मास्टरमाइंड
मिली जानकारी के मुताबिक सिद्धार्थ के घर में पांच साल से किराए से रहने वाला अंकित मिश्रा ही मास्टरमाइंड है। अंकित मिश्रा ग्वालियर का रहने वाला है। और रायपुर में गाड़ी चलाने का काम करता है। अंकित को सिद्धार्थ के घर के बारे में पूरी जानकारी थी। इसका फायदा उठा कर अंकित ने वारदात को अंजाम दिया। अंकित सिद्धार्थ के पिता द्वारा बनवाए जा रहे करोड़ों के मकान को देखकर लालच में आ गया। और अपने दोस्त के साथ सिद्धार्थ को अगवा कर लिया।
घर में रहकर देता था खबर
सिद्धार्थ का अपहरण में अंकित का साथ देने वाला राज तोमर ग्वालियर का रहने वाला है। जिसके खिलाफ ग्वालियर में पहले से पुलिस केस दर्ज हैं। राज कुछ समय से रायपुर में रह रहा था। राज तोमर और उसके तीन साथी अगवा कर सिद्धार्थ को रायपुर में इधर-उधर घुमाते रहे। थोड़ी-थोड़ी देर में सिद्धार्थ के पिता को फोन कर एक करोड़ रुपए की फिरौती की मांग करते रहे। अंकित अपने दोस्तों को घर में हो रही बातों की पल-पल की खबर देता रहा। और पुलिस की नाकाबंदी की जानकारी भी दिया। जिसके बाद अपहरणकर्ता सिद्धार्थ को जशरंगपुर के पास छोड़कर भाग निकले थे।
ऐसे हुई किडनैपिंग
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि अंकित और राज दोनों अच्छे दोस्त हैं। अंकित ने राज से किडनैपिंग के बारे में बताया। और अच्छे खासे पैसे मिलने की बात कही। दोनों ने मिलकर किडनैपिंग का प्लान बनाया। और उत्तरप्रदेश के तीन और लोगों को इसमें शामिल किया। दो जून को घटना को अंजाम देने चार लोग इनोवा कार में सवार होकर सिद्धार्थ की दुकान पहुंचे। सिद्धार्थ राज को पहचानता था तो वह गाड़ी से बाहर नहीं निकला। दुकान के अंदर जाकर दो व्यक्तियों द्वारा सिद्धार्थ को बाहर निकाल कर गाड़ी में बैठाकर निकल गए। और सिद्धार्थ के फ़ोन से कॉल कर उसके पिता से फिरौती की मांग करने लगे।
पुलिस ने किया खुलासा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। 3 आरोपी अभी भी फरार है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। पैसों के लालच में आ कर अपहरण की घटना को अंजाम दिया गया था। अपहरण में उपयोग हुई इनोवा कार को जब्त किया गया है।