नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ की 174 तहसीलों में औसत से कम बारिश दर्ज की गई है। जिसके कारण इन तहसीलों के खेत भी सूख रहें हैं। नई नवेली धान की फसल को पानी कम होने की वजह से नुकसान होना शुरू हो गया है। खेतों में पानी की कमी को पूरा करने के लिए अब बांधो से पानी छोड़ा जाएगा।
ये खबर भी पढ़िए...
औसत से कम हुई वर्षा
छत्तीसगढ़ में कम बारिश होने के कारण तहसीलों में सूखा जैसी स्थिति बनने लगी है। तहसीलों में औसत से कम बारिश दर्ज की गई है। इसका सीधा प्रभाव किसानों पर पद रहा है। कम बारिश होने से धान और खरीफ की अन्य फसलें प्रभावित हो रहीं हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में अब तक 634 मिमी वर्षा दर्ज की है है। जो औसत वर्षा का 80 प्रतिशत ही है। प्रदेश की 174 तहसीलों में औसत से कम वर्षा हुई है। 15 तहसीलें ऐसी हैं जहां 50 प्रतिशत से कम वर्षा हुई है। 55 तहसीलों में 51 से 75 प्रतिशत वर्षा और 104 तहसीलों में 76 से 100 प्रतिशत वर्षा दर्ज की गई है। इसमें सरगुजा जिले में सबसे कम वर्षा हुई है। राजस्व पुस्तक परिपत्र 6–4 के तहत प्रभावितों को अनुदान सहायता राशि देने के लिए सभी जिलों को 142 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं।
ये खबर भी पढ़िए...
बांध से छोड़ा जाएगा पानी
इन दिनों प्रदेश के बांधो में 80 फीसदी से ज्यादा पानी लबालब भरा हुआ है। अब इन्ही जलाशयों की मदद से किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाया जाएगा। जलाशयों में 5096 क्यूबिक मीटर पानी भरा है। 78, तांदुला में 77, दुधावा में 81, सिकासार में 79, खारंग में 92, सोनूर में 59, मुरुमसिल्ली में 25, कोडार में 80, मनियारी में 97, केलों में 42 व अरपा भैंसाझार बैराज में 31 फीसदी पानी भरा है। इसी तरह मध्यम श्रेणी के बांधों में खरखरा में 97, गोंदली में 89, कोसारटेड़ा में 66, परालकोट में 25, श्याम में 89, चिरपानी में 96, पिपरियानाला में 94, बल्लार में 83, सुतियापार में 92, मोगरा मैं 82, मरोदा में 61, सरोदा में 89, घाँधा में 75, मटियामोती में 98, झुमका में 98, गेज टैंक 46 व खमारपाकुट में 69 प्रतिशत पानी बांधो में मौजूद है।
ये खबर भी पढ़िए...
- सारंगढ में चार दिन पहले खुली दुकान में चोरी के बाद चोर ने पुर्ज़ा छोड़ा, लिखा - भैया सॉरी, मजबूरी है
इन तहसीलों में सूखा का खतरा
प्रदेश की 174 तहसीलों में इस वक्त सूखे का खतरा मंडरा रहा है। राज्य में 50 फीसदी या उससे कम वर्षा वाली तहसीलों में कोंडागांव जिले की माकड़ी में 50, कांकेर जिले की अंतागढ़ में 44 व सरोना में 39,सरगुजा जिले की अंबिकापुर में 47, दरिमा में 34, लुंड्रा में 40, बर्ताली में 50 व मैनपाट में 46. जशपुर जिले की फरसाबहार 51, गरियाबंद जिले की अमलीपदर में 43, जांजगीर-चांपा जिले की चांपा में 36 व सारागांव में 48, वस्तर जिले की बकावंड में 52, नारायणपुर जिले की छोटेडोंगर में 47,सूरजपुर जिले की प्रतापपुर में 49, बलरामपुर जिले की वाड्रफनगर में 45, फीसदी औसत वर्षा दर्ज की गई है।