नितिन मिश्रा,RAIPUR. छत्तीसगढ़ में मंगलवार यानी 18 जुलाई से विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है। यह विधानसभा का इस साल का आखिरी सत्र होगा। विधानसभा में आज तक 112 बैठकें हुई हैंजिसमें कांग्रेस के विधायक भुवनेश्वर शोभाराम बघेल सभी बैठकों में शामिल रहे। वहीं कई ऐसे विधायक हैं जिनकी उपस्थिति कम रही है।
भुवनेश्वर सबसे ज्यादा अमितेश सबसे कम
जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ की पांचवीं विधानसभा का आखिरी सत्र मंगलवार यानी 18 जुलाई से शुरू हो रहा है। यह सत्र 18 जुलाई से लेकर 21 जुलाई तक चलेगा। 2019 से 2023 तक विधानसभा की कुल 112 बैठकें हुई हैं। जिसमें कई विधायक ऐसे हैं जिनकी उपस्थिति कम है। लेकिन कांग्रेस के विधायक भुवनेश्वर शोभाराम बघेल की उपस्थिति सबसे ज्यादा है। भुवनेश्वर शोभाराम विधानसभा की 112 बैठकों में उपस्थित हुए। उनका मानना है कि क्षेत्र की जनता ने उन्हें जिस काम के लिए भेजा है।उस काम में लगे हुए हैं। उन्हें विधानसभा में उपस्थित होना बेहद पसंद है। विधान सभा की बैठकों में सबसे कम उपस्थिति विधायक अमितेश शुक्ल की है वह 112 में से केवल 62 दिन ही विधानसभा बैठक में उपस्थित रहे।
कौन से विधायकों की रही ज्यादा उपस्थिति
ऐसे कई विधायक हैं जो 112 दिन में भुनेश्वर शोभाराम बघेल से कम, लेकिन अच्छी खासी उपाथिति मेंटेन की है। इनमें विधायक डमरू धर पुजारी 110 दिन, शैलेश पांडे 111 दिन, डॉक्टर लक्ष्मी ध्रुव 110 दिन, रजनीश कुमार 110 दिन, अजय चंद्राकर 110 दिन, चक्रधर सिद्धार 110 दिन, छन्नी साहू 110 दिन, अनीता शर्मा 110 दिन, रंजना साहू 109 दिन, अमितेश शुक्ल 62 दिन, विकास उपाध्याय 81 दिन, देवेंद्र यादव 71 दिन, अरुण वोरा 87 दिन, खेलसाय सिंह 78 दिन, द्वारिकाधीश यादव 88 दिन उपस्थित रहे।
इनकी रही 90 प्रतिशत तक उपस्थिति
कुछ ऐसे विधायक भी हैं जिनकी उपस्थिति 112 दिनों की बैठकों में 90% तक रही। इस सूची में केशव चंद्रा, मोहितराम ध्रुव, उत्तरी गणपत जांगड़े, कुंवर सिंह निषाद, लखेश्वर बघेल, मोहन मरकाम, धनेंद्र साहू, गुरुदयाल सिंह बंजारे, रश्मि आशीष सिंह शामिल है। इनकी उपस्थिति 112 दिनों में 108 दिन के करीब रही है।