Raipur. लोरमी से विधायक ठाकुर धर्मजीत सिंह रविवार को कुशाभाउ ठाकरे परिसर ( बीजेपी कार्यालय ) में औपचारिक रुप से बीजेपी प्रवेश करेंगे। ठाकुर धर्मजीत सिंह छत्तीसगढ़ की राजनीति में बेहद प्रभावी चेहरा माने जाते हैं। विनम्र लेकिन आत्मसम्मान के लिए लड़ भिड़ जाने वाली छवि के धर्मजीत सिंह के बीजेपी प्रवेश की यह औपचारिक भुमिका जब सुनिश्चित की जाएगी तो केंद्रीय मंत्री मनसुखभाई मंडविया,बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह, संगठन सह प्रभारी नितिन नबीन उपस्थित रहेंगे।
कौन है धर्मजीत सिंह
धर्मजीत सिंह ने लोरमी तखतपुर ईलाके में मूलतः कांग्रेस से राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी। धर्मजीत सिंह लोरमी से कांग्रेस की टिकट पर विधायक भी रहे। क़द्दावर नेता अजीत जोगी के बेहद करीबी धर्मजीत सिंह छजका के संस्थापक सदस्यों में एक थे। वे छजकां की टिकट पर 2018 में लोरमी से चुनाव लड़े और जीते। लेकिन अजीत जोगी के निधन के बाद छजका अध्यक्ष अमित जोगी और सीनियर लीडर धर्मजीत सिंह के बीच अनबन ने गंभीर रुप लिया और छजका से उन्हें निष्कासित कर दिया गया। लेकिन धर्मजीत सिंह राजनीतिक रुप से स्वतंत्र विधायक के रुप में विधानसभा में सदस्य बने रहे। धर्मजीत सिंह बेहद व्यवहार कुशल व्यक्तित्व के हैं, उनके सभी दलों से मधुर संबंध रहे हैं, छजका अध्यक्ष अमित जोगी से तनाव की खबरों के बीच उनकी बीजेपी से खुली नज़दीकी चर्चा में थी। धर्मजीत सिंह को लेकर यह माना जा रहा था कि, वे अगला चुनाव बीजेपी की टिकट पर लड़ सकते हैं।
बीजेपी के लिए कितने फायदेमंद धर्मजीत
धर्मजीत सिंह की लोकप्रियता ना केवल बिलासपुर ज़िला बल्कि संभाग में है। उनके बीजेपी में जाने से बीजेपी को नुकसान तो कुछ नहीं है फायदा जरुर है। धर्मजीत सिंह के बीजेपी में जाने से लोरमी पंडरिया कवर्धा मरवाही कोटा समेत एक दर्जन सीटों पर फर्क पड़ सकता है। लेकिन यह देखना होगा कि, धर्मजीत को तखतपुर से टिकट दी जाती है या लोरमी सीट से।