नितिन मिश्रा, RAIPUR. राजधानी में आज गोलबाजार का मसला फिर गूंजा। जिसको लेकर बीजेपी पार्षदों ने सदन में जमकर हंगामा किया है। बीजेपी पार्षद दल का कहना है कि व्यापारियों को उनकी दुकानों का मालिकाना हक देने के बजाय सत्ता पक्ष को केवल पैसा कमाने का जरिया दिख रहा है। महापौर ने कहा कि हमे श्रेय लेने का कोई शौक नहीं है। सामान्य सभा में बीजेपी पार्षदों ने घंटो तक पोस्टर लेकर सदन में प्रदर्शन किया है।
सदन में बीजेपी का बवाल
रायपुर नगर निगम में आज यानी मंगलवार को सामान्य सभा बुलाई गई। यह सभा 17 अगस्त को स्थगित कर दी गई थी। सामान्य सभा में 28 एजेंडों को लेकर चर्चा की जानी थी। जिसमें से आज 22 अगस्त को गोलबाजार के व्यापारियों के मसले पर चर्चा हुई। इस दौरान बीजेपी पार्षदों ने सत्ता पक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। बीजेपी पार्षद पोस्टर लेकर सदन में घूम– घूम कर प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान सत्ता पक्ष के पार्षद और विपक्ष के पार्षदों में तीखी नोक– झोंक देखने को मिली। बीजेपी की महिला पार्षद ने नगर निगम कमिश्नर को सलाह भी दी कि
’’ ये नेता लोग हैं नेतागिरी करके निकल जाएंगे, आखिरी में आप फंस जाओगे सर ’’
हिंद मैदान का मुद्दा किया गया विलोपित
नगर निगम की सामान्य सभा में 28 एजेंडों पर चर्चा की जानी थी। इनमें से एक मुद्दा हिंद मैदान को लेकर भी था। जिसका विरोध बीजेपी ने खुलकर किया है। दरअसल बीजेपी पार्षदों का कहना है कि किसी प्राइवेट जमीन पर निगम कैसे कुछ कर सकता है। बिना समिति की अनुमति लिए वहां काम शुरू करने का प्रस्ताव रखा गया है। बीजेपी पार्षद सरिता दुबे ने सदन में घूम–घूम कर इस मुद्दे को लेकर जमकर बहस की। एमआईसी मेंबर ज्ञानेश शर्मा ने भी इस मसले पर बीजेपी पार्षद का समर्थन किया। जिसके बाद इस मसले को एजेंडे से विलोपित कर दिया गया।
सत्ता पक्ष को केवल पैसा कमाना है
बीजेपी पार्षद मृत्युंजय दुबे गोलबाजार मसले पर सत्ता पक्ष पर जमकर बरसे। उन्होंने ने कहा कि जो व्यापारी अपने जन्म से ही वहां दुकान संचालित कर रहें हैं। उनसे निगम पैसा कमाना चाह रही है। अगर व्यापारियों को सत्ता पक्ष खुश ही करना चाहती है तो 10 लाख, 20 लाख, 25 लाख क्यों दस हजार रुपए में रजिस्ट्री करा दे। ज्यादा से ज्यादा 1 लाख रुपए में रजिस्ट्री करा दें। लेकिन नहीं सत्ता पक्ष को केवल पैसा कमाना है। अपनी जेब भरने के लिए इन्होंने तरीका ढूंढा है।
श्रेय लेने की आदत नहीं
इस पूरे मामले पर सदन को संबोधित करते हुए महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि हमे फूल माला पहनने का शौक नहीं हैं। ना ही मिठाई खाने खिलाने का।हमे व्यापारियों को उनकी दुकानों का मालिकाना हक दिलाना है।
क्या है गोलबाजार मसला
रायपुर में गोलबाजार स्थित हैं। जहां सैकडो दुकाने मौजूद हैं। लेकिन यहां एक व्यापारी को छोड़कर किसी भी व्यापारी के पास दुकान का मालिकाना हक नहीं मिल पाया है। व्यापारियों कि आरोप है कि निगम मूल्य निर्धारण प्रक्रिया में भ्रमित कर व्यापारियों की रजिस्ट्री रोक रहा है। साथ ही नगर निगम द्वारा रजिस्टर बनाया गया है जिसमें दुकान का रेट पुराना लिखा है लेकिन बगल में एक कॉलम बनाया गया है। नए कॉलम में गाइडलाइन का नया रेट लिखकर व्यापारियों से हस्ताक्षर कराया जा रहा है। मुख्य मार्ग से 20 मीटर अंदर मौजूद दुकानों का भी रेट इतना ही तय किया गया है। जबकि सड़क से अंदर स्थित दुकानों का रेट कम होता है।