Raipur। 2018 में घोषणा पत्र के 36 वायदों के पूरा होने को लेकर कांग्रेस की ओर से अलग अलग दावे हुए हैं। डिप्टी सीएम सिंहदेव ने कहा है 36 में से 12 वादे पूरे हुए हैं, जबकि कांग्रेस संगठन ने दावा किया है कि 34 वादे पूरे हुए हैं। विरोधाभासी बयानों को देखते हुए बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कांग्रेस को सलाह दी है कि, कांग्रेस को आपस में बेहतर सामंजस्य बैठा कर एक राय होकर झूठ बोलना चाहिए।
क्या है घोषणा पत्र
घोषणा पत्र 2018 में तैयार किया गया था। इस घोषणा पत्र को तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव ने पूरे प्रदेश में घूम कर तैयार किया था। इस घोषणा पत्र को प्रदेश में पंद्रह साल बाद सरकार के रुप में कांग्रेस वापसी का सबसे प्रमुख कारण माना जाता है। विपक्ष इस घोषणा पत्र को लेकर हमेशा से सवाल उठाता है कि, कई वायदे पूरे नहीं हुए।प्रदेश में अनियमित संविदा कर्मचारियों के नियमितिकरण के आंदोलन चल रहे हैं, कांग्रेस के घोषणा पत्र में उन्हें नियमित किए जाने का वायदा था।शराबबंदी जैसे वायदे भी पूरे नहीं हुए।
36 वायदों पर क्या कहती है कांग्रेस
घोषणा पत्र में उल्लेखित 36 वायदों को लेकर कांग्रेस की ओर से अलग अलग बयान सामने आए हैं। राजीव भवन में बुधवार 26 जुलाई को एक पत्रकार वार्ता आयोजित कर के कांग्रेस ने दावा किया है
“36 में से 34 वादे पूरे हो चुके हैं।”
लेकिन इस पत्रकार वार्ता के पहले विधानसभा सत्र जो कि 18 जुलाई से 21 जुलाई के दौरान संचालित था। उस सत्र के दौरान डिप्टी सीएम सिंहदेव ने घोषणा पत्र के 36 वायदों को लेकर कहा था
“घोषणा पत्र के 281 छोटे बिंदु हैं,और 36 बड़े लक्ष्य हैं।आख़िरी विश्लेषण जो मैंने किया था, 12 लागू हो गए हैं पूरी तरह से।लगभग लागू हो चुके हैं। 12 आशिंक रुप से लागू हो चुके हैं, और 12 पर काम करना बाक़ी है, जिसमें आप शराब बंदी को एक कह सकते हैं।जिन्हे मैंने लागू नहीं कहा उन 12 में भी कुछ कुछ अंश लागू हुआ है, जो आंशिक रूप से लागू हुए हैं उनमें आधे का काम पूरा हो चुका है।यह कहना कि कोई काम नहीं हुआ है यह कहना सही नहीं है।”
बीजेपी ने क्या तंज किया
घोषणा पत्र के वायदों को लेकर कांग्रेस के अलग अलग बयानों को लेकर बीजेपी ने करारा तंज किया है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा है
“कांग्रेस से यह कहना है कि असत्य बोलने से पहले, झूठ बोलने से पहले सामंजस्य होना चाहिए।कांग्रेस के लोग आपस में बैठकर पहले तय कर लें,उप मुख्यमंत्री कुछ और कहते हैं, कांग्रेस नियमित प्रेस ब्रीफ़िंग में कुछ और कहती है, मुख्यमंत्री जी विधानसभा में कुछ और कहते हैं। जनता जानना चाहती है कि वादों का सच क्या है, आपने अगर वादे किए हैं तो उसको पूरा करना पड़ेगा बताना पड़ेगा।”