नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में निजी अस्पतालों में इलाज का तय से ज्यादा पैसा लेने पर स्वास्थ्य विभाग नकेल कसने की तैयारी में है। निजी अस्पतालों में डेंगू का इलाज कराने के लिए आयुष्मान हेल्थ पैकेज से भुगतान करने से पहले एलाइजा टेस्ट कराना अनिवार्य कर दिया गया है। यह टेस्ट केवल सरकारी पैथालॉजी में होगा। विभाग न केवल प्राइवेट अस्पतालों बल्कि प्राइवेट पैथालॉजी में कराया गया टेस्ट में मान्य नहीं होगा। उसे भी सरकारी अस्पताल में जांच के लिए भेजना होगा।
प्राइवेट अस्पतालों पर नकेल कसने की तैयारी
छत्तीसगढ़ में डेंगू की मामले बढ़ते जा रहें है। प्रदेश के हर जिले में डेंगू संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इसी बीच सरकार अस्पतालों में डेंगू मरीजों के लिए अलग व्यवस्था की गई है। वहीं कुछ मरीज अपना इलाज प्राइवेट अस्पताल में आयुष्मान हेल्थ पैकेज के बूते करवा रहें हैं। स्वास्थ्य विभाग के पास प्राइवेट अस्पतालों में तय मूल्य से ज्यादा पैसे मरीज से वसूले जा जाने की शिकायत मिल रही है। डेंगू के इलाज के लिए 15 हजार रुपए का पैकेज तय है। लेकिन कुछ प्राइवेट हॉस्पिटल्स में मरीजों को 35 हजार रुपए तक चुकाना पड़ रहा है। प्राइवेट अस्पतालों पर नकेल कसने स्वास्थ्य विभाग ने बैठक की है। जिसमें विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने आयुष्मान कार्ड से हो रहे इलाजों के आखिरी टेस्ट को सरकारी संस्थानों में ही जांचने के लिए कहा है।
एलाइजा टेस्ट जरूरी
छत्तीसगढ़ के पैंडमिक डायरेक्टर सुभाष मिश्रा ने जिलेवार सभी अधिकारियों की बैठक ली है। बैठक में आयुष्मान कार्ड से जुड़े नोडल अधिकारियों से अब तक डेंगू के पैकेज से हुए भुगतान का जायजा लिया। डेंगू के लिए हुए भुगतान में सरकार और प्राइवेट अस्पतालों के आंकड़ों में ज्यादा अंतर देखने को मिला। इस स्थिति को देखते हुए डेंगू इलाज के क्लेम को ब्लॉक करने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। आज यानी 28 अगस्त को स्वास्थ्य विभाग की बैठक तय की गई है। जिसमें आयुष्मान कार्ड के जरिए भुगतान के लिए मापदंड तय किए जाएंगे।
निजी अस्पतालों के साथ–साथ प्राइवेट लैब पर भी नकेल
प्राइवेट अस्पतालों के साथ–साथ स्वास्थ्य विभाग प्राइवेट लैब पर भी नकेल कसने की तैयारी में है। चिकित्सकों की पर्ची पर डेंगू टेस्ट के लिए मरीज के लिए निकाले गए सीरम को एलाइजा टेस्ट के लिए सरकारी लैब भेजना होगा। किसी भी अस्पताल में डेंगू के नाम से भर्ती करने पर संबंधित अस्पताल और लैब पर जुर्माना और सील करने की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही मितानिनो को भी हर ब्लॉक, मोहल्ले में जाकर बुखार वाले मरीजों की सूची बनाने को कहा गया है।