नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ की राजधानी अटल नगर नवा रायपुर के लेयर 2 में नया निर्माण करने पर बैन हट गया है।नई राजधानी बनने के 15 सालों बाद यह बैन हटाया गया है।एनआरडीए ने राज्य सरकार को पत्र लिखा था जिस पर सहमति मिल गई है जल्दी ही अधिसूचना जारी की जाएगी।
नया निर्माण करने पर हटा बैन
मिली जानकारी के मुताबिक नई राजधानी बनने के करीब 15 साल पहले धर्मपुरा के आसपास की सात सड़कों की जमीन पर किसी भी तरह के निर्माण पर रोक लगा दी गई थी। एनआरडीए याने नया रायपुर विकास प्राधिकरण के लैंड रिकॉर्ड में यह लेयर–2 की जमीन थी यहां ज्यादातर एग्रीकल्चरल लैंड होने की वजह से बैन लगाया गया था। यहां केवल शासकीय निर्माण करने की अनुमति थी एनआरडीए और टाउन एंड प्लानिंग विभाग की सहमति के बाद नए निर्माण करने की अनुमति दी जा सकती है।इसके लिए एनआरडीए ने राज्य सरकार को पत्र लिखा था। जिस पर सहमति मिल गई है। अब यहां की जमीन के भूस्वामी अपनी जमीन की खरीदी बिक्री कर सकेंगे। इसके लिए जल्द ही अधिसूचना जारी होगी।
राजधानी के लोगों को पहुंचेगा फायदा
बैन हटने के बाद राजधानी के लोगों को इसका सीधा फायदा पहुंचेगा आवागमन बेहतर हो जाएगा। नए निर्माण हो सकेंगे। रियल स्टेट का कारोबार बढ़ेगा, प्रोजेक्ट लॉन्च होंगे, रोजगार की संभावना बढ़ेगी, लोगों को राहत, अपनी जमीन पर बढ़े हुए एफ ए आर के साथ फॉर्म हाउस, मैरिज गार्डन और कई तरह के निर्माण हो सकेंगे, धरमपुरा,वीआईपी रोड, फुंडरी,टेमरी सहित सड़कों पर ट्रैफिक व्यव्स्था अच्छी हो जाएगी। जाम की समस्या से निजात मिलेगा। वीआईपी रोड, धरमपुरा, टेमरी और आसपास का एरिया डेवलप होगा। सड़कें बनाई जाएंगी जिससे आवागमन बेहतर होगा।
नया रायपुर और रायपुर के बीच खाली जमीन पर डेवलपमेंट
नया रायपुर और रायपुर के बीच 25 किलोमीटर की दूरी है।नए संशोधनों के अनुसार इन 25 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद खाली जगहों पर सबसे ज्यादा डेवलपमेंट किया जाएगा। जिससे यहां ज्यादा आबादी बसने की संभावना होगी। इसी 25 किलोमीटर के बीच में स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट स्थित है। जिससे यहां नए निर्माण होने की संभावना बढ़ जाएगी। एक तरह से देखा जाए तो एयरपोर्ट रायपुर और नया रायपुर के बीचो–बीच स्थित है।