नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में विधानसभा का मानसून सत्र 18 से 21 जुलाई तक संचालित होगा। कम अवधि के लिए सदन संचालित करने पर नेता प्रतिपक्ष ने सीएम भूपेश बघेल पर निशाना साधा है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि जब से भूपेश बघेल सीएम बने हैं तब से विधानसभा अपनी समय अवधि पूरी नहीं कर पाई है। सीएम भूपेश बघेल को विधायिका पर भरोसा नहीं हैं।
क्या कहा है नेता प्रतिपक्ष ने
भारतीय जनता पार्टी से विधायक और छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने सीएम भूपेश पर सीधा निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सीएम भूपेश बघेल को विधायिका पर भरोसा नहीं है। 18 जुलाई से 21 जुलाई तक छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र आहूत किया गया है। यह दुर्भाग्य की बात है कि इस विधानसभा के पूरे कार्यकाल में जब से भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बने हैं। जब से कांग्रेस की सरकार आई है। कभी भी कोई सत्र अपनी अवधि पूरी नहीं कर पाया है। हमेशा अवधि कम कर दी गई। इससे समझ आता है कि भूपेश सरकार विधायिका पर विश्वास नहीं करती। विधायिका का अपमान करती है। सदन में चर्चा से भागना चाहते हैं, सवालों से बचना चाहते हैं। लेकिन हम सवाल तो पूछेंगे जवाब तो देना ही होगा। चाहे सत्र की समय अवधि में कितनी भी कटौती कर ली जाए।
सीएम को अपनी ही सरकार पर नहीं है भरोसा
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री को खुद पर भरोसा नहीं है, अपनी सरकार पर भरोसा नहीं है, इसलिए विधानसभा में चर्चा से भाग रहे हैं। इसलिए उनके मंत्री और विधायक सदन की कार्यवाही सलीके से चलने नहीं देते हैं।लोकतंत्र पर भरोसा नहीं है, इसलिए विपक्ष को बोलने नहीं देते। जनता के सवालों का जवाब सरकार नहीं देती।। उनकी सरकार में कार्यपालिका की क्या स्थिति है, सारा छत्तीसगढ़ जानता है। इनके अफसर भ्रष्टाचार के मामलों में जेल जा रहे हैं और जमानत नहीं मिल रही। न्याय पालिका का सम्मान कांग्रेस के चरित्र में कभी नहीं रहा। भूपेश बघेल संवैधानिक संस्थाओं का अपमान करते हैं। उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ धरने पर बैठ जाते हैं।