नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ की राजधानी के मुख्य बस स्टैंड में फर्जी टिकट काटने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास ना ही कोई बस है और ना ही एजेंट का लाइसेंस है। फिर भी लंबे समय से ज्यादा दामों में टिकट बेंची जा रही थी। पुलिस ने आफरीन ट्रेवल्स में छापेमारी कर दुकान से फर्जी टिकट की रसीद, सील और 12 हजार रुपए नगद बरामद किए हैं।
ज़्यादा दामों में बेंच रहे थे फर्जी टिकट
मिली जानकारी के अनुसार रायपुर में मुख्य बस स्टैंड भांठागांव में फर्जी एजेंटों द्वारा महंगे दामों में सीट दिलवाने के नाम पर टिकट बेंची जा रही थी। इन फर्जी एजेंटों के पास ना तो ख़ुद की बस है, ना हीं किसी बस सर्विस कंपनी से कनेक्शन फिर भी टिकट बेंच कर जबरदस्ती यात्रियों को बस में चढ़ाते थे। यहां तक की एक टिकट जिसकी क़ीमत 800 रुपए है उसे 1500 में बीच कर यात्री को ठगने का काम करते थे। साथ ही ज्यादा दाम की शिकायत पर यात्री को ही डराने धमकाने लगते। यात्रियों को ज्यादा पैसे देने के बाद भी बस में जगह नहीं मिलती थी। पूरे मामले की शिकायत टिकरापारा थाने में की गई। जिसके बाद पुलिस ने अरशद खान और कामरान कैफ को गिरफ्तार किया है। आरोपियों पर 419, 420 और 34 भादवि के तहत मामला दर्ज किया है। दोनों आरोपी रायपुर टिकरापारा के रहने वाले हैं।
पहले भी हुई है कार्रवाई
जानकारी मुताबिक नगर निगम और पुलिस ने फर्जी एजेंटों पर पहले भी कार्रवाई की थी। बस स्टैंड के पास मौजूद फर्जी टिकट बेचने वाले एजेंटों की दुकानों को हटा दिया गया था। उनकी दुकानें भी सील कर दी गई थी। लेकिन अब फिर से ये एजेंट सक्रिय होने लगे हैं। भांठागांव चौराहे के पास फर्जी एजेंटों की कई दुकानें लग चुकी हैं। गिरफ्तार आरोपियों को रिमांड में लेकर पूछताछ की जाएगी।