नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में धान पर सियासत गरमाई हुई है। बीजेपी अब आंकड़ो के साथ सामने आई है। बीजेपी ने दावा किया है कि 80 प्रतिशत धान की खरीदी केंद्र सरकार करती है। बीजेपी नेता ओपी चौधरी ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल और कृषि मंत्री रवींद्र चौबे जनता के बीच लगातार झूठ परोस रहें हैं। कृषि मंत्री की उम्र के साथ याददाश्त कमजोर हो गई है। भूपेश बघेल ठगेश बघेल हैं। ये झूठ बोलकर किसानों को गुमराह करने में लगे हुए हैं।
धान ख़रीदी में सियासत तेज
राजधानी रायपुर में 7 जुलाई को पीएम मोदी का दौरा हुआ। पीएम मोदी ने धान खरीदी के बारे में कहा कि 80 प्रतिशत धान खरीदी केंद्र सरकार ही करती है। इसके बाद सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने झूठ कहा है कि केंद्र सरकार धान खरीदती है। धान खरीदी का काम राज्य सरकार ही करती है। बीजेपी ने इस मसले को लेकर आज प्रेसवार्ता आयोजित की। बीजेपी ने शोर्ट वीडियो के जरिए धान खरीदी में मंत्री अमरजीत भगत के विधानसभा में दिए गए जवाब को सुनाया है। जिसमें मंत्री अमरजीत भगत ये कह रहें हैं कि राज्य सरकार ने 11 हजार 148 करोड़ का भुगतान किया है जबकि केंद्र सरकार ने 51 हजार 563 करोड़ का भुगतान किया है।
बीजेपी ने पेश किए आंकड़े
बीजेपी ने धान खरीदी के 2 साल के आँकड़े पेश किए हैं। जिसके अनुसार 80 प्रतिशत से ज़्यादा धान के चावल को केंद्र सरकार ने ख़रीदी है। भुगतान के मामले में तीन चौथाई का पेमेंट केंद्र के द्वारा किया गया है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना या एफसीआई द्वारा किया गया है। 2017-18 में बीजेपी की सरकार में केंद्र ने कुल 84.16 प्रतिशत धान का उपार्जन किया है। सन् 2020-21 में 93.90 प्रतिशत धन का उपार्जन किया गया। वहीं साल 2022-23 में 81.45 प्रतिशत धान का उपार्जन एफसीआई द्वार धान का उपार्जन किया गया है।
मंत्री रवींद्र चौबे ने पेश किए थे ये आंकड़े
छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रवींद्र चौबे ने धान खरीदी को लेकर ये आंकड़े कृषि मंत्री ने पेश किए जिसके अनुसार साल 2018-19 में 80.38 लाख मिट्रिक टन धान खरीदी की। जिसमें से 23.94 लाख मिट्रिक टन चावल एफसीआई द्वारा ख़रीदा गया। साल 2019-20 में 83.95 लाख मिट्रिक टन में से 26.38 लाख मिट्रिक टन धान एफसीआई ने ली। 2020-21 में 92.02 लाख मिट्रिक टन में से 22.84 लाख मिट्रिक टन धान एफसीआई ने ली। साल 2021-22 में 97.99 लाख मिट्रिक टन में 32.45 लाख मिट्रिक टन लिया गया। 2022-23 में जून तक 107.53 लाख मिट्रिक टन धान में से 36.12 लाख मिट्रिक टन चावल की खरीदी एफसीआई द्वारा की गई है।
बीजेपी ने FCI द्वारा पेश किए गए आंकड़ो को सामने रखा
कृषि मंत्री रवींद्र चौबे ने जो आंकड़े पेश किए थे उसे बीजेपी ने झूठा बताया है। बीजेपी ने एफसीआई के पेश किए हुए आँकड़ो को सामने लाया है। जिसके अनुसार साल 2018-19 में 39.71 LMT। साल 2019-20 में 50.53 LMT। 2020-21 में 47.62 LMT। 2021-22 में 61.65 LMT और साल 2022-23 में 58.68 लाख मिट्रिक टन खरीदी का आंकड़ा पेश किया है।
छत्तीसगढ़ के किसान योजना से वंचित
बीजेपी ने आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ के किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से वंचित हैं। छत्तीसगढ़ के 40 लाख 78 हजार 879 पंजीकृत किसान हैं। जिसमें से 22 लाख 56 हजार 180 किसानों को ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिल रहा है। प्रदेश के 55.31 प्रतिशत किसान ही लाभान्वित हो रहें हैं। बीजेपी ने यह भी बताया कि प्रदेश की भूपेश सरकार ने किसानों के बोनस में कटौती की है। जबकि केंद्र सरकार ने MSP में बढ़ोत्तरी की है। केंद्र सरकार ने 2023-24 में छत्तीसगढ़ के किसानों के धान भुगतान का 78.44 प्रतिशत हिस्सा दिया है। केंद्र सरकार ने पांच सालों में धान उपार्जन को दोगुना किया है।
बीजेपी ने लगाए ये आरोप
भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि जिस प्रधानमंत्री ने देश में भारत का नाम रोशन किया है। देश के लिए ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। सीएम भूपेश बघेल नहीं हैं। वो ठगेश बघेल हैं। कृषि मंत्री रवींद्र चौबे की उम्र के साथ याददाश्त कमजोर हो गई है। ठगेश भूपेश बघेल द्वारा अभी से घोषणा की जा रही है। जो 2023 में सरकार बनाएगा वो निर्णय लेगा। ये अभी से कुछ भी बोलते घूम रहें हैं। दाना-दाना धान खरीदी की बात कर रहें हैं राहुल गांधी जब सरकार रहेगी ही नहीं तो क्या करेंगे। कांग्रेस जानबूझ कर इस प्रकार की हरकतें करती है। किसान मोर्चा के माध्यम से हम जनता के बीच जाएंगे। ठगेश भूपेश बघेल को हम बेनकाब करेंगे और झूठ बोलने की सजा देंगे