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Raipur। बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री बी एल संतोष ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के छत्तीसगढ़ कार्यालय जागृति कार्यालय में संघ और संघ के अनुषांगिक संगठनों के साथ बैठक की है।क़यास हैं कि, इस बार संघ को विधानसभा चुनाव में सक्रिय करने के लिए ‘मान-मनुहार’ की बैठक सफल हो गई है।बीते विधानसभा चुनाव में बीजेपी की करारी हार के पीछे यह कारण भी माना जाता है कि,संघ और अनुषांगिक संगठनों ने बीजेपी का साथ नहीं दिया था।माना जाता है कि,संघ धर्मांतरण और मिशनरी सक्रियता पर अपेक्षित कार्यवाही न होने समेत महत्व नहीं दिए जाने से नाराज़ था।
क्या हुआ बैठक में
बीजेपी राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बी एल संतोष की बैठक संघ के सरकार्यवाह अरुण कुमार,संघ प्रांतचालक डॉ पूर्णेंदु सक्सेना से हुई।प्रांत प्रचारक प्रेम शंकर सिदार भी इस दौरान मौजूद थे। इस बैठक में सहयोग को लेकर गंभीर चर्चा हुई। इस बैठक को लेकर अधिकृत रुप से कोई जानकारी नहीं दी गई है लेकिन खबरें हैं कि संघ और अनुषांगिक संगठनों ने मदद करने का मानस बनाया है, लेकिन यह सहयोग किस तरह होगा इसकी रुपरेखा संघ खुद तय करेगा।
धर्मांतरण जैसे मसलों पर अडिग है संघ
संघ के अपने कोर मसले हैं, इस पर संघ और उसके अनुषांगिक संगठन जैसे वनवासी कल्याण आश्रम, जनजातीय सुरक्षा मंच, रंच मात्र सरकेंगे यह कोरी कल्पना है। धर्मांतरण को लेकर और डिलिस्टिंग को लेकर राह एकदम तय है। बस्तर में इस मसले को लेकर सड़क की लड़ाई लड़ी जा रही है। आदिवासी और ईसाई धर्मांतरित के बीच मसला इस कदर गहरा है कि, टकराव लगातार होता है। बस्तर में इस संघर्ष के बीच सरगुजा की लुंड्रा सीट पर प्रबोध मिंज को प्रत्याशी बनाकर बीजेपी ने खूबसूरत प्रयोग किया है लेकिन यह प्रयोग कहीं भीतर में ‘मसला’ भी है।