नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में राज्य शासन ने लोगों का सामाजिक और आर्थिक आकलन करने के लिए सामाजिक सर्वेक्षण अभियान शुरू किया था। इस अभियान में 81000 परिवारों ने गलत जानकारी दी है जिसके चलते आप नई टीम को दोबारा सर्वे करने के लिए भेजा जाएगा कृतियों के मामले में नवागढ़ ब्लाक अव्वल नंबर पर है। यहां 70 हजार 274 परिवारों का सर्वे किया गया। जिसमें से 21 हजार 945 परिवारों ने गलत जानकारी दी।
प्रदेश के ओडीएफ गांव घोषित किया गया
जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लोगों का सामाजिक आर्थिक स्तर का आकलन करने के लिए सर्वे कराया गया था। मार्च अप्रैल महीने में सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण अभियान की शुरुआत की गई थी। सर्वे के बाद ग्राउंड लेवल से जो जानकारी सर्वे टीम जमा की, उसके बाद जिले से वही जानकारी राज्य सरकार को भेज दी गई थी। पूरे प्रदेश भर से सर्वे रिपोर्ट मिलने के बाद सरकारी अधिकारियों ने सर्वे का मिलान किया। जांजगीर-चांपा जिला के साथ दूसरे जिलों से भी उनके पास पहले से जमा डाटा से सर्वे का डाटा नहीं मिला, बल्कि बढ़ गया। सरकार द्वारा पूर्व में आवासहीनों की जितनी संख्या थी। सर्वे के बाद संख्या और ज्यादा बढ़ गई। जिसके चलते पूरे प्रदेश को ओडीएफ गांव घोषित कर दिया गया है। सरकार ने दोबारा सत्यापन करने का निर्णय लिया है
81 हजार परिवारों ने दी गलत जानकारी
सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण के सर्वे के दौरान सर्वेयर को वही जानकारी अपलोड करने की जो घर के मुखिया द्वारा बताई गई हों। बहुत से परिवारों ने इसे बीपीएल कार्ड का सर्वे समझ लिया और सर्वेयर को दूसरी जानकारी उपलब्ध करा दी ऐसे करीब 81 हजार परिवारों को चिन्हित किया गया है।इसमें या तो परिवारों द्वारा गलत जानकारी दी गई या फिर टेक्निकल कारणों की वजह से सर्वेयरों से गलती हुई होगी। इसमें नवागढ़ ब्लॉक में 70 हजार 274 परिवारों का सर्वे किया गया। जिसमें से 21 हजार 945 परिवारों की जानकारी उन्हें गलतियां देखने को मिली। बलौदा ब्लाक में 47 हजार 591 में से 14 हजार 401 परिवारों की जानकारी में त्रुटियां मिली। बम्हनीडीह ब्लॉक में 46 हजार 444 में से 12 हजार 700 परिवारों की जानकारी में त्रुटियां मिली। अकलतरा ब्लॉक में 54 हजार 463 में से 16 हजार 525 परिवारों की जानकारी में त्रुटियां रहीं। पामगढ़ ब्लॉक में 54 हजार 888 में से 16 हजार 288 परिवारों की जानकारी में त्रुटियां रहीं।
दोबारा होगा सर्वे
छत्तीसगढ़ शासन ने दोबारा सत्यापन का निर्णय लिया है अब सत्यापन के दौरान प्रपत्र व ऑनलाइन एंट्री के दौरान आवास से संबंधित जानकारी, वर्तमान निवास की स्थिति, सामान्य जानकारी, शौचालय संबंधित जानकारी भरी जानी है। उसके बाद हितग्राही के दस्तखत लेना अनिवार्य है।साथ ही ऐप में सत्यापन दल के साथ फोटो को अपलोड किया जाना है। यदि गांव में इंटरनेट की दिक्कत आती है तो जानकारी ऑफलाइन भरी जाएगी। इसमें भी यदि समस्या आती है, तो पूरी जानकारी प्रपत्र में भरकर ऐप में एंट्री कर रही होगी।