नितिन मिश्रा, Raipur. सिद्धार्थ अपहरण कांड में पुलिस को अपहरण में प्रयोग की गई गाड़ी का नंबर हुलिया और लोकेशन सीसीटीवी से मिल गया है। लेकिन पुलिस को उस सिद्धार्थ से ही कोई सहयोग नहीं मिल रहा है जिससे कि अपराध का खुलासा हो पाता। जो कड़ियाँ अब तक रायपुर पुलिस के पास हैं उससे जो संकेत हैं उसने पूरे घटनाक्रम को ही सवालिया निशान लगा दिया है। खबरें हैं कि, पुलिस इस मामले में लोगों को लगातार राउंड अप कर रही है,पुलिस को दो प्रमुख किरदारों की तलाश है जिसके बाद रायपुर पुलिस मामले का खुलासा कर देगी। संकेत हैं कि गुरुवार शाम तक इस प्रकरण का खुलासा हो जाएगा।
उस रात क्या हुआ था?
राजधानी के सुंदर नगर इलाक़े में 4 जून की रात क़रीब 9 बजे इंटीरियर डिज़ाइनर सिद्धार्थ आसटकर का अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया था। पुलिस की नाकेबंदी के बीच अपहरणकर्ता सिद्धार्थ को कवर्धा ज़िले की सरहद पर छोड़ भाग निकले थे। सिद्धार्थ आसटकर के पिता एनटीपीसी में सब इंजीनियर हैं। सिद्धार्थ अपने माता पिता का इकलौता पुत्र है।
सिद्धार्थ के जवाबों ने पुलिस को उलझा रखा है
इस घटनाक्रम में पीड़ित सिद्धार्थ के बयानों से पुलिस घटनाक्रम को सुलझाने के बजाय उलझ ज्यादा रही है। सिद्धार्थ ने ना गाड़ी पहचानी और ना ही वह यह बता पा रहा है कि गाड़ी के भीतर कुल कितने लोग थे।सिद्धार्थ ने पहले कहा कि आरोपियों ने उससे फिरौती को लेकर कुछ बातें कीं लेकिन फिर इंकार कर दिया कि, आरोपियों ने उससे कोई बात नहीं की।
घटना में शामिल गाड़ी का पता चल गया पुलिस को
अपहरण की इस घटना में उपयोग की गई वाहन का पता राजधानी पुलिस को लग गया है। पुलिस को उस गाड़ी के मेक, नंबर के साथ वह रुट भी मिल गया है, जिन जगहों से वह गाड़ी गुजरी है। रायपुर पुलिस ने क़रीब 150 से ज़्यादा कैमरों के सीसीटीवी फ़ुटेज खंगाले और उसे कार का पता चल गया है।
दो प्रमुख आरोपियों की तलाश में छापेमारी जारी
इस घटनाक्रम में पुलिस को दो प्रमुख लोगों की तलाश है। राजधानी पुलिस के आला अधिकारी ने संकेत दिए हैं कि, आने वाले 24 घंटों में वे आरोपी पकड़े जा सकते हैं। घटनाक्रम को लेकर पुलिस मध्यप्रदेश में भी कुछ सूत्र तलाश रही है।