नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में शिक्षकों की पोस्टिंग और प्रमोशन के लिए पैसे लेकर उनकी मनचाही जगहों पर नियुक्ति कर दी गई। इसलिए लिए अधिकारियों ने तय सिस्टम को ही दरकिनार कर दिया। इसकी जगह नई व्यवस्था अपना ली गई। पैसे लेकर किए गए तबादलों को रद्द कर दिया गया है, लेकिन प्रमोशन बरकरार रखा गया है। प्रदेश के 1366 शिक्षकों को मनचाही जगह पर प्रमोशन और ट्रांसफर करने के लिए 10 अफसरों को निलंबित कर दिया गया है। मंगलवार को कुछ शिक्षक शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे के निवास पहुंचे थे।
पैसे के लिए बदल दी तय व्यवस्था
छत्तीसगढ़ में शैक्षणिक वर्ष 2022–23 में 22 हजार शिक्षकों की नवीन पदस्थापना की गई। नवीन पदस्थापना और ट्रांसफर के लिए शिक्षा विभाग का तय सिस्टम है। लेकिन अफसरों से नियमों को दरकिनार कर नई व्यवस्था अपना ली। तय व्यवस्था के अनुसार शिक्षा विभाग में प्रमोशन के प्रस्ताव नीचे से ऊपर आते हैं। जिलों के डीईओ प्रस्ताव बनाकर शिक्षा संचालक को भेजते हैं। वहां ये देखा जाता है कि पद खाली है कि नहीं। प्रस्ताव एजुकेशन डिपार्टमेंट या फिर ट्राइबल एजुकेशन डिपार्टमेंट से संबंधित है। इस आधार पर शिक्षकों के वर्ग में गलती और अन्य मामलों को परखा जाता है।
तबादला सूची रद्द
छत्तीसगढ़ में 1366 शिक्षकों का प्रमोशन कर उनकी मनचाही जगह पर ट्रांसफर दे दिया था। इसके लिए अधिकारियों ने करोड़ों रुपए की घूस ली थी। अब विभाग दोषी अधिकारियों पर पर एफ आई आर कराने के साथ-साथ शिक्षकों की तबादला सूची को निरस्त कर दी गई है। हालांकि इससे शिक्षकों की प्रमोशन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उनका प्रमोशन उसी प्रकार बरकरार रहेगा। लेकिन जिस जगह पदोन्नति कर ट्रांसफर किया गया है उस जगह पर नियुक्ति नहीं मिलेगी। विभागीय मंत्री द्वारा अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए जाने के बाद लोक शिक्षण संचनालय द्वारा जल्द इस संबंध में आदेश जारी कर सकता है। अब तक इस संबंध में कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया है।
10 अफसरों को किया गया निलंबित
प्रदेश भर के 1366 शिक्षकों की पदोन्नति और तबादले को जांच में गलत पाया गया है। जांच के आधार पर 10 अफसरों को स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सस्पेंड कर दिया गया था। इनमें लोक शिक्षण संचनालय के संयुक्त संचालक, जिला शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी सहित कई अन्य बड़े अफसरों के नाम है। इनमें रायपुर संभाग के संयुक्त संचालक के कुमार बिलासपुर के संयुक्त संचालक एसके प्रसाद सरगुजा जेड हेमंत उपाध्याय और दुर्गा के सभी संचालक जीएस मरकाम शामिल है। निलंबन अवधि तक सभी अधिकारियों और प्राचार्य को लोक शिक्षण संचनालय रायपुर में अटैच किया गया है। गरियाबंद में भी जिला शिक्षा अधिकारी डीएस चौहान को निलंबित किया गया है।