नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षाकर्मी 10 अगस्त से हड़ताल पर थे। सोमवार 21 अगस्त को उन्होंने हड़ताल को खत्म कर दिया है। सहायक शिक्षाकर्मियों ने सोमवार को मंत्रालय घेराव किया। मुख्य सचिव आलोक शुक्ला से मुलाकात के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल को समाप्त करने का निर्णय लिया है। सहायक शिक्षक पुरानी पेंशन का लाभ देने की मांग को लेकर हड़तालरत थे।
मंत्रालय का किया घेराव
सहायक शिक्षक 12 दिनों से तूता नया रायपुर में प्रदर्शन कर रहें हैं। यह आंदोलन छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के बैनर तले आयोजित किया जा रहा है। बीते 12 दिनों से प्रदेश भर के सभी सहायक शिक्षक स्कूल नहीं जा रहें हैं। परिणामस्वरूप स्कूल की शिक्षा व्यवस्था ठप हो गई है। वेतन विसंगतियों और पेंशन की मुख्य मांग को लेकर सोमवार को फेडरेशन के अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने सहायक शिक्षकों से सोमवार 21 अगस्त को मंत्रालय घेराव का आव्हान किया था। जिसमें बड़ी संख्या में कर्मचारी इकट्ठे भी हुए। मंत्रालय के बाहर शिक्षकों ने घंटों तक नारेबाजी की। जिसके बाद मुख्य सचिव आलोक शुक्ला ने शिक्षकों के साथ चर्चा की। मुख्य सचिव के साथ चर्चा के बाद छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन ने हड़ताल को वापस ले लिया है। कल से सभी शिक्षक स्कूलों में अपनी सेवाएं देंगे।
मांग पूरी होने का आश्वासन
छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन के अध्यक्ष मनीष मिश्रा ने बताया कि हमने आज मंत्रालय का घेराव किया है। हमारी एक ही मांग है कि प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना करते हुए पुरानी पेंशन का लाभ दिया जाए। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में इसका जिक्र भी किया था। लेकिन अभी भी हमारी मांग लंबित है। प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला ने हमारी मांग सुनी है। उन्होंने 3–4 दिनों में दोबारा चर्चा के लिए बुलाया है। आश्वासन के बाद हड़ताल को स्थगित कर दिया गया है। यदि सार्थक नतीजे नहीं मिलते तो कर्मचारी फिर से हड़ताल पर जाएंगे।