नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद एनटीपीसी की मदद से दो सुपरक्रिटिकल पावर प्लांट लगाए जाएंगे। यह छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जनरेशन कंपनी का सबसे बड़ा और आधुनिक संयंत्र होगा। इस संयंत्र की क्षमता 1320 मेगावाट बिजली उत्पादन की होगी।
बनेंगे दो सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट
मिली जानकारी के मुताबिक कोरबा में सीएम भूपेश बघेल ने 2022 में 1320 मेगावॉट के नए पावर प्लांट लगाने की घोषणा की थी। इस नए पावर प्लांट में 1320 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता होगी। यह छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जनरेशन कंपनी का सबसे बड़ा और सबसे आधुनिक संयंत्र होगा। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद इतनी ज्यादा क्षमता का संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। नए प्लांट को 2030–31 तक प्रारंभ करने का लक्ष्य रखा गया है। दो सुपरक्रिटिकल पावर प्लांट 660 मेगावाट के संयंत्र को कोरबा पश्चिम में स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी की खाली पड़ी जमीन में लगाया जाएगा। सीएम भूपेश बघेल 15 अगस्त को इसका भूमिपूजन कर सकते हैं। इसके साथ ही मड़वा में भी नया विद्युत संयंत्र स्थापित करने की तैयारी चल रही है यहां पहले से ही 500–500 मेगावाट के दो प्लांट संचालित हैं।
उत्पादन क्षमता में होगी बढ़ोत्तरी
मैं प्लांट लग जाने के बाद प्रदेश में छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी के विद्युत उत्पादन की क्षमता बढ़कर 4300 मेगावाट हो जाएगी वर्तमान में जनरेशन कंपनी की उत्पादन क्षमता 2978.70 मेगावाट है। दिन में 2840 मेगावाट ताप विद्युत तथा 138.7 मेगावाट जल विद्युत है प्रदेश में उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ने के साथ ही बिजली की डिमांड भी हर साल बढ़ती जा रही है इस साल 5700 मेगावाट की डिमांड अप्रैल महीने में पहुंची थी।
एनटीपीसी करेगा निगरानी
नए सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट के लिए एनटीपीसी को पावर जनरेशन कंपनी ने कंसलटेंट नियुक्त किया है। पिछले हफ्ते ही एनटीपीसी को कंसलटेंट नियुक्ति का आदेश जारी किया गया है। एनटीपीसी की सलाह निगरानी में 67 मेगावाट के नए प्लांट स्थापित किए जाएंगे प्लांट स्थापना के लिए डिजाइन से लेकर टेंडर प्लांट की कमीशनिंग तक सभी कार्य एनटीपीसी करेगी प्लांट के लिए केंद्रीय मंत्रालय से मंजूरी ली जाएगी।