मनीष गोधा, JAIPUR. राजस्थान में दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ़ कांग्रेस और प्रतिपक्ष में बैठी बीजेपी के प्रत्याशियों की पहली सूची सितंबर अंत से पहले आने की उम्मीद नहीं है। कांग्रेस में अभी स्क्रीनिंग कमेटी रायशुमारी में जुटी है वहीं बीजेपी अगले 25 दिन राजस्थान के चार हिस्सों से निकलने वाली परिवर्तन यात्रा में व्यस्त रहेगी ऐसे में दोनों प्रत्याशियों की सूची में एक माह का समय लग सकता है।
कांग्रेस की चुनावी तैयारी
राजस्थान में दिसंबर के महीने में चुनाव होने हैं और बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही चुनावी तैयारी शुरू कर दी है। जहां तक टिकिट वितरण का सवाल है कांग्रेस में यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी पिछले 4 दिन से राजस्थान में है और हर सीट को लेकर दमदार नेताओं और दावेदारों से फीडबैक ले रही है। आज कमेटी उदयपुर जाएगी और वहां उदयपुर तथा बांसवाड़ा संभाग के नेताओं से चर्चा करेगी। उसके बाद यह कमेटी अन्य संभागों में भी जा सकती है। हालांकि, पहले जो कार्यक्रम दिया गया था उसमें अलग-अलग संभाग में जाने की बात नहीं थी लेकिन अब कहा जा रहा है कि यह कमेटी संभागवार दौरे भी कर सकती है।
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कोटा संभाग का दौरा कर सकती है स्क्रीनिंग कमेटी
स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई ने इस बात के संकेत भी दिए हैं और कहां है कि कमेटी उदयपुर के बाद कोटा संभाग का दौरा कर सकती है। इसके साथ ही उन्होंने टिकट वितरण की प्रक्रिया आपको साझा करने से मना कर दिया और कहा कि टिकट किस तरह से दिए जाएंगे इस बारे में कुछ नहीं कह सकते वही मापदंड के बारे में उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जो जिताऊ कैंडिडेट होगा उसी को टिकट दिया जाएगा इसके लिए हम पूरी तरह से जांच परख कर टिकट देंगे।
गौरव गोगोई के बहनों से इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि अभी सितंबर अंत तक सूची आने की संभावना नहीं है। कुछ दिन पहले सीएम अशोक गहलोत ने भी यही कहा था कि अभी प्रक्रिया शुरू हुई है। सितंबर अंत या अक्टूबर प्रथम सप्ताह तक पहली सूची आ सकती है।
बीजेपी परिवर्तन यात्रा में व्यस्त
वहीं बीजेपी की बात कर रहे हैं तो पार्टी हालांकि चुनाव वाले दो अन्य राज्यों मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सूची जारी कर चुकी है लेकिन राजस्थान के मामले में अभी पार्टी थोड़ा और समय लेगी। यहां अभी टिकट वितरण को लेकर के निचले स्तर पर फीडबैक और सर्वे का काम तो चल रहा है लेकिन ऊपर स्तर पर कोई कोई बैठक की चर्चा नहीं हुई है। पार्टी का फोकस अब पूरी तरह से दो से पांच सितंबर के बीच शुरू हो रही चार परिवर्तन यात्राओं को सफल बनाने पर है। पार्टी के सभी नेता इन परिवर्तन यात्राओं में व्यस्त रहेंगे इसलिए इस दौरान टिकटों को लेकर किसी तरह की चर्चा होने या कोई बैठक होने की संभावना नहीं बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि 25 सितंबर को यात्राओं की समाप्ति के बाद ही पार्टी टिकटों को लेकर काम शुरू करेगी।
राजस्थान में शुरू होने जा रहीं परिवर्तन यात्राएं
राजस्थान में दो सितंबर से परिवर्तन यात्राएं शुरू हो रही हैं। प्रदेश की चारों दिशाओं से ये परिवर्तन यात्राएं निकाली जाएंगी। ये प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों को कवर करेंगी। पार्टी का पूरा फोकस इस समय इन्हीं परिवर्तन यात्राओं पर है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि यात्राएं हर विधानसभा क्षेत्र में जाएगी और टिकटों के दावेदार ही अपने शक्ति प्रदर्शन के जरिए इन यात्राओं को सफल बनाएंगे। अगर पहले से टिकट की घोषणा कर दी जाती है तो केवल टिकट पाने वाला उम्मीदवार ही परिवर्तन यात्रा में जोश के साथ शामिल होगा। जिनका टिकट कटेगा, वो यात्रा से दूरी बना सकते हैं तथा जिन्हें टिकट नहीं मिला उनके विरोध का सामना भी करना पड़ सकता है।