JAIPUR. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भविष्य में कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि यह पद काफी प्रतिष्ठा वाला पद है। हालात ऐसे बने कि मैं इस पद पर नहीं बैठ पाया। भविष्य में मैं इस पद पर रहना चाहूंगा क्योंकि यह पद सीएम से 100 गुना ज्यादा अच्छा है। यह पद सीएम से काफी बड़ा पद है। गहलोत बोले कि यह गलत धारणा बनी हुई है कि मैं सीएम का पद नहीं छोड़ना चाहता, जबकि सोनिया जी सच्चाई बखूबी जानती हैं?
पायलट को केंद्रीय मंत्री बनाने की थी अनुशंसा
सीएम गहलोत ने एक बार फिर कहा है कि जब सचिन पायलट केंद्र में मंत्री बने तब मैने ही उनकी अनुशंसा की थी। गहलोत बोले उस दौरान हमने राजस्थान में 25 में से 20 सीटें जीती थीं। मंत्रिमंडल के गठन के वक्त मैने सचिन पायलट का नाम सुझाया था, उस दौरान गुर्जर आंदोलन का काफी प्रभाव भी था।
राजेश पायलट के साथ की थी करियर की शुरुआत
गहलोत एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में बोले रहे थे, उन्होंने कहा कि मैंने और राजेश पायलट ने एक साथ संसद में करियर की शुरुआत की थी। मैंने कभी नहीं सुना कि उन्होंने मिजोरम में बमबारी की थी। इसलिए मैंने उनके समर्थन में ट्वीट किया। सचिन पायलट ने भी खुद साफ किया कि उनके पिताजी वायुसेना में ज्वाइनिंग ही आइजॉल की घटना के कई माह बाद ली थी। बीजेपी का फैक्ट ही गलत है।
हाईकमान तय करेगा कौन बनेगा मंत्री
सरकार बनने पर सचिन पायलट को फिर मंत्री बनाने के सवाल पर गहलोत ने कहा कि यह तय करने वाला मैं कौन होता हूं? हमारे यहां हाईकमान ही मुख्यमंत्री बनाता है, मंत्री बनाता है। यही हमारी पार्टी का अनुशासन है। उन्होंने कहा कि यह सब भविष्य की बातें हैं। उस समय लोगों के मूड और चर्चा के बाद तय होगा कि कौन क्या बनेगा।
156 सीटें जीतेंगे
अशोक गहलोत ने कहा है कि जनता इस बार हमें फिर से मौका देने के मूड में है। हमने 1998 में 156 सीटें जीती थीं। इस बार भी हम मिशन 156 पूरा करेंगे। बीजेपी की तरफ से सीएम फेस न होने के सवाल पर गहलोत ने कहा कि एक चेहरा नहीं होने पर समस्या आती है। हम विपक्ष पर उस तरीके से अटैक नहीं कर पाते। सामने कोई चेहरा नहीं है तो अटैक भी किस पर करें।