JAIPUR. राजस्थान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बीजेपी के प्रदर्शन को फ्लॉप शो बताया और कहा कि 25 हजार बुलाए थे और 2500 भी नहीं आए। बीजेपी की सभा में कुर्सियां खाली पड़ी थीं। आज के प्रदर्शन में वसुंधरा राजे और सतीश पूनिया का मौजूद ना रहना यह साबित करता है कि इनके मतभेद ही नहीं मनभेद हैं। बीजेपी किसी भी विरोध प्रदर्शन में एक नहीं हो पाई। बीजेपी के प्रदर्शन के बाद डोटासरा ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत की।
नाथी बाई का बार-बार गलत अर्थों में नाम लिया जाना, अपमान करना है
नाथी का बाड़ा तक ईडी पहुंचने के राजेंद्र राठौड़ के बयान पर पलटवार करते हुए डोटासरा ने कहा- ईडी अपराधियों तक जाए, इसमें किसी को दिक्कत नहीं है। नाथी बाई एक समाजसेवा ब्राह्मण परोपकारी महिला थीं, वे सबकी मदद करती थी। किसी से मदद के बदले कुछ नहीं लेती थी। ऐसी भली महिला का बार-बार गलत अर्थों में नाम लेकर उसका अपमान किया जा रहा है। ऐसी महिला जिसको हम सम्मान से नाम लेते हैं, उसका अपमान किया जा रहा है। अब ये जुमलेबाजी कर रहे हैं, बाकी इनके पास बोलने के लिए कुछ नहीं है।
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कांग्रेस का हर वर्कर मंत्री, मुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष
बीजेपी के 200 मुख्यमंत्री बताने के आरोप पर डोटासरा ने कहा कि वे कम बता रहे हैं। हमारे यहां तो हर जिस कार्यकर्ता ने सरकार बनाने में भूमिका निभाई वह मंत्री, मुख्यमंत्री और प्रदेशाध्यक्ष की तरह ही है। बीजेपी की तरह दो या तीन लोग ही सत्ता पर काबिज नहीं होते, कांग्रेस में हर कार्यकर्ता को मौका मिलता है।
बीजेपी के मंच पर एक भी ओबीसी नेता को बोलने नहीं दिया
डोटासरा ने कहा कि बीजेपी किसी भी विरोध प्रदर्शन में एक नहीं हो पाई। आज यानी मंगलवार (13 जून) के प्रदर्शन से वसुंधरा राजे और सतीश पूनिया के नहीं होने से साबित होता है। इनके मतभेद नहीं मनभेद हैं। आज जितने भी वक्ता थे उनमें एक भी नेता ओबीसी का नहीं था। ओबीसी के हितैषी होने का राग अलापने वाली बीजेपी ने किसी ओबीसी नेता को बोलने का मौका तक नहीं दिया। राजेंद्र राठौड़ जब भाषण दे रहे थे तो 500 लोग भी नहीं थे। इनकी दुर्गति देखिए, कार्यकर्ताओं को भाषण सुनाने के लिए कसमें दिलाई जा रही थीं। बीजेपी के नेताओं में इतने मनभेद हैं कि एक नहीं हो सकते।
बीजेपी का ED का मुद्दा ही खत्म हो गया
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कर्नाटक की हार से बौखला कर बीजेपी नेता गैर जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं। सरकार पर झूठे आरोप लगाने की कोशिश कर रहे हैं और एक तरह से धमकी भी दे रहे हैं कि हमारी सरकार आएगी तो देख लेंगे। ये डेढ़ साल से एक ही राग अलाप रहे हैं कि ईडी आएगी। अब तो ईडी आ गई। ईडी जांच कर रही है, किसी को कोई तकलीफ नहीं है अब इनका मुद्दा ही खत्म हो गया। जो दोषी होगा जिसने अपराध किया होगा, जिसने मनी लॉन्ड्रिंग की होगी उस पर कार्रवाई हो जाएगी।
... अब मोदी का चेहरा भी फीका पड़ गया
डोटासरा ने कहा कि बीजेपी के नेता एकजुट नहीं हैं। मोदीजी के चेहरे पर चुनाव लड़ रहे थे, अब मोदीजी का चेहरा भी फीका पड़ गया। मोदी के चेहरे पर न पंजाब जीत पाए न कर्नाटक। आरएसएस ने भी कह दिया कि अब मोदी के भाषणों या मन की बात से और मोदी के चेहरे पर चुनाव नहीं लड़ा जा सकता।
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष अपने ही नेताओं के खिलाफ आरोप लगा रहे
डोटासरा ने कहा कि योजना भवन में केश और गोल्ड मिलने को लेकर आरोप लगाए जा रहे हैं तो उसमें दोषी अफसर के खिलाफ कार्रवाई हो गई। बीजेपी राज में माइनिंग घोटाला हुआ था, उसमें हमने आंदोलन किया तब जाकर अफसर को सस्पैंड किया था। बीजेपी राज में जो घोटाले हुए उसमें आज के बीजेपी के नेता प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से अपने ही नेताओं की तरफ उंगली उठाकर साजिश रच रहे हैं। उनको पॉलिटिकली टारगेट करके मुद्दे उठाकर अपने आप को स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी से कह रहे हैं कि 2013 में आईटी विभाग में घोटाले हो रहे हैं। उस समय वसुंधरा राजे की सरकार थी। आपके पास वसुंधरा राजे खिलाफ सबूत हैं तो पुलिस, ईडी को दे दीजिए रोजाना झूठे आरोप लगाना बंद करना चाहिए।
'जैसे लोग आएं वाटर कैनन से वैसा पानी छोड़ देना'
बीजेपी के प्रदर्शन में वाटर कैनन से गंदा पानी छोड़ने के सवाल पर डोटासरा ने कहा- हमने पुलिस, प्रशासन से कहा था कि जैसे लोग आएं उन पर वैसा पानी छोड़ देना। हम तो उम्मीद कर रहे थे कि अच्छे लोग आएंगे, अच्छा पानी छोड़ेंगे।