JAIPUR. राजस्थान विधानसभा में 3 विधायकों वाली पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल वैसे तो सांसद हैं, लेकिन अब वह विधानसभा चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं। शनिवार (29 जुलाई) को मीडिया से बात करते हुए हनुमान बेनीवाल ने कहा कि विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, लेकिन सीट कौन सी होगी यह भी तय नहीं किया है। इसे जल्दी ही तय कर लिया जाएगा।
कांग्रेस-बीजेपी को सीधी टक्कर देंगे
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि इस बार हमारी पार्टी प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस किसी से भी गठबंधन नहीं करेगी बल्कि दोनों को कड़ी टक्कर देगी। आम आदमी पार्टी समेत अन्य पार्टियों के साथ गठबंधन को लेकर उन्होंने कहा कि अगर वह पार्टियां उनसे संपर्क करती हैं तो वह इस बारे में सोचेंगे। उन्होंने बताया कि पार्टी जल्दी ही अपना सदस्यता अभियान शुरू कर रही है और 1 महीने के अवधि में पार्टी राजस्थान में 25 लाख से ज्यादा सदस्य बनाएगी।
लाल डायरी के मुद्दे पर ये बोले हनुमान बेनीवाल-
प्रदेश में चल रहे लाल डायरी के मुद्दे को लेकर उन्होंने कहा कि वो राजेंद्र गुढ़ा की बातों को ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते। वो एक दिन कुछ कहते हैं और दूसरे दिन कुछ और। वे 2008 में बसपा से चुनाव जीते और कांग्रेस में शामिल हो गए। 2018 में भी बसपा से जीते और फिर कांग्रेस में चले गए। जब सचिन पायलट को उनकी जरूरत थी तो उनका साथ नहीं दिया। अब पायलट और बीजेपी के नेताओं के कहने पर वो ऐसी बात कर रहे हैं। लाल डायरी में अगर किसी के नाम हैं तो जांच होनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि डायरी में बीजेपी के नेताओं के भी नाम हैं क्योंकि अशोक गहलोत ने खुद कहा था कि वसुंधरा राजे नहीं होतीं तो हमारी सरकार नहीं बचती। इससे यह साफ है कि गहलोत-वसुंधरा और कांग्रेस-बीजेपी मिली हुई है।
बेनीवाल ने कहा कि प्रदेश में पेपर लीक और बजरी माफिया जैसे मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकने के लिए ऐसे मुद्दे उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी एक प्रधानमंत्री होकर लाल डायरी का जिक्र करते हैं, जबकि सीबीआई और ईडी उनके पास है। अगर डायरी में कुछ है तो उसकी जांच करवाने में प्रधानमंत्री की एजेंसियां सक्षम हैं।
बेनीवाल ने पिछले चुनाव में जीती थी 3 सीट
गौरतलब है कि हनुमान बेनीवाल के पार्टी ने पिछले चुनाव में राजस्थान में 3 सीटों पर जीत हासिल की थी। उनमें से एक सीट पर हनुमान बेनीवाल खुद जीते थे, लेकिन लोकसभा के चुनाव में एनडीए में शामिल होकर उन्होंने नागौर सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा और सांसद बन गए। उनकी खाली की हुई सीट पर अब उन्हीं के भाई नारायण बेनीवाल विधायक हैं। पार्टी ने राजस्थान में पिछले 5 साल में हुए उपचुनाव में कई स्थानों पर अच्छा प्रदर्शन किया है और अब बड़े पैमाने पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।