Jaipur. राजस्थान की ब्यूरोक्रेसी का सबसे बड़ा मुखिया मुख्य सचिव यानि चीफ सेक्रेटरी 30 जून काे बदला जाएगा। वर्तमान सीएस उषा शर्मा 30 जून को रिटायर होने वाली हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि नया मुखिया भी काेई महिला अधिकारी ही हाेगी, लेकिन कुर्सी की इस दाैड़ में कई नाम शामिल हैं। यह ताे तय है कि आखरी मर्जी ताे सीएम अशाेक गहलाेत की ही चलेगी। आइए देखते हैं काैन- काैन हैं इस दाैड़ में…
वीनू गुप्ता
1987 बैच की वीनू गुप्ता उद्योग विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) हैं। वह पूर्व मुख्य सचिव डीबी गुप्ता की पत्नी हैं। डीबी गुप्ता, वसुंधरा राजे सरकार में सीएस बने थे और गहलोत सरकार में भी मुख्य सचिव पद पर रहे। मुख्य सचिव पद से रिटायर्ड होने पर गहलोत ने उन्हें कुछ समय के लिए अपना सलाहकार भी बनाया था।
शुभ्रा सिंह
प्रदेश काडर में चौथे नंबर की सीनियरिटी वाली शुभ्रा सिंह 1988 बैच की आईएएस हैं। 12 साल से दिल्ली में ही राजस्थान की रेजिडेंट कमिश्नर थीं। अब वे दिल्ली से जयपुर लौटी हैं। उनका नाम भी सीएस की सूची में चाैंकाने वाला हाे सकता है।
अभय कुमार
1992 बैच के अधिकारी अभय कुमार पंचायत राज विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं। इससे पहले वह सीएम गहलोत के विभाग गृह के अतिरिक्त मुख्य सचिव थे। गहलाेत से करीबी के कारण उनका नाम भी काफी चर्चा में है। कांग्रेस की आंतरिक पॉलिटिकल उठापटक के दौर के दाैरान 2020 में सीएम उनके साथ काफी सुविधाजनक स्थिति में रहे।
अखिल अरोड़ा
वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं अखिल अरोड़ा का ब्यूरोक्रेसी में भले ही 12वां नंबर हाे, मगर सीएम गहलोत की निजी पसंद की लिस्ट में उनका नंबर पहला है। वह पिछले चार साल से वित्त विभाग संभाल रहे हैं और यह पहला अवसर है, जब राजस्थान की वित्तीय-आर्थिक स्थिति बहुत समृद्ध है।
सुबोध अग्रवाल
1988 बैच के सुबाेध अग्रवाल में जलदाय और जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं। वे दिसंबर 2025 में रिटायर होंगे। उन्हें मुख्य सचिव की रेस में करीब डेढ़ साल पहले तब भी माना जा रहा था, जब उषा शर्मा को मुख्य सचिव बनाया गया था। उनके पास हमेशा महत्वपूर्ण विभाग रहे हैं, ऐसे में वह सीएम के नजदीक बने रहते हैं।