/sootr/media/media_files/2025/08/08/export-rajasthan-2025-08-08-11-54-23.jpg)
भारत पर अमेरिका द्वारा लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ के बाद राजस्थान के निर्यातकों की परेशान हैं। इससे प्रदेश के करीब 5 लाख कर्मचारियों की रोजी-रोटी पर संकट पैदा हो गया है। इस बीच सरकार से निर्यातक इकाइयों के लिए तत्काल सहयोग की मांग की गई है।
डॉनल्ड ट्रंप टैरिफ का राजस्थान के निर्यात पर असर
अमेरिका के इस कदम से राजस्थान के निर्यातकों को वैश्विक बाजार में खासा नुकसान उठाना पड़ सकता है। निर्यातक अब इस टैरिफ का विरोध करते हुए विकल्प तलाशने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ऐसे नए बाजारों को ढूंढना आसान नहीं है। इस बीच, निर्यात से जुड़े कर्मचारियों के लिए नौकरी बचाना बड़ी चुनौती बन गई है।
अमेरिकी बायर्स की अनिश्चितता
राजस्थान हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स जॉइंट फोरम के कॉर्डिनेटर नवनीत झालानी के अनुसार, अमेरिका के बायर्स ने उन ऑर्डर्स को भी होल्ड पर डाल दिया है, जो अंतिम चरण में थे। 21 दिन की समय सीमा के कारण, भारतीय निर्यातकों के लिए इन ऑर्डर्स को पूरा करना मुश्किल हो रहा है। 50% टैरिफ विवाद से भले ही अमेरिका की छवि पर असर पड़ा है, लेकिन इसने राजस्थान ही नहीं पूरे भारत की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ट्रंप टैरिफ से राजस्थान के 5 लाख लोगों के रोजगार पर संकट है।
विकल्प तलाशने की कोशिश
फिलहाल निर्यातक यूरोप, अफ्रीका और अरब देशों में नए संभावित बाजारों की ओर देख रहे हैं। ऐसे में सरकार को इन नए बाजारों के बारे में निर्यातकों को जानकारी देने की आवश्यकता है।
सालभर में हो सकती है भरपाई
राजस्थान चैंबर के अध्यक्ष डॉ. के.एल. जैन का कहना है कि राजस्थान से होने वाले 80 हजार करोड़ रुपए के निर्यात में से 18 हजार करोड़ रुपए का निर्यात अमेरिका को होता है। यदि प्रयास किए जाएं तो एक साल के भीतर दूसरे देशों से इसकी भरपाई हो सकती है।
निर्यात इकाइयों को सस्ता करना होगा
पीएचडीसीसीआई राजस्थान के अध्यक्ष दिग्विजय ढाबरिया ने कहा कि निर्यात आधारित औद्योगिक इकाइयों की लागत में कटौती करना होगा। इसके साथ ही निर्यातकों का मनोबल बनाए रखने के लिए सरकार को तुरंत विशेष पैकेज की घोषणा करनी चाहिए।
छंटनी से बचने की जरूरत
एम्पलॉयर्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के अध्यक्ष एन.के. जैन का कहना है कि यदि ट्रंप टैरिफ के कारण निर्यात कम होने से कर्मचारियों की छंटनी की जाती है, तो इससे ट्रंप की रणनीति ही सफल होगी। बेहतर तो यह है कि छंटनी न की जाए।
FAQ
thesootr links
- मध्यप्रदेशकी खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स और एजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃 🤝💬👩👦👨👩👧👧👩