स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली-ग्वालियर में ब्लास्ट की साजिश, राजस्थान से छह दहशतगर्द पकड़े, जानें पूरा मामला

राजस्थान पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने दिल्ली और ग्वालियर में ब्लास्ट करने की साजिश रचने वाले छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें तीन नाबालिग भी शामिल थे।

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Nitin Kumar Bhal
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Photograph: (The Sootr)

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राजस्थान पुलिस मुख्यालय की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स ने 15 अगस्त तक दिल्ली और ग्वालियर में ब्लास्ट करने की साजिश रचने के आरोप में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें तीन नाबालिग भी शामिल हैं। यह साजिश हाल ही में जालंधर में एक शराब की दुकान के बाहर ग्रेनेड से धमाका करने के मामले से जुड़ी है। पुलिस की जांच में यह सामने आया कि आरोपियों का मुख्य उद्देश्य दिल्ली और ग्वालियर में ब्लास्ट करना था।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में संजय नायक, सोनू उर्फ काली चीर, रितिक और तीन नाबालिग शामिल थे। इन सभी आरोपियों को जयपुर और टोंक के निवाई से पकड़ा गया। इन आरोपियों का कनेक्शन लॉरेंस बिश्नोई गैंग से है और इनका हैंडलर जिशान अख्तर कनाडा में रहता है।


जालंधर में धमाके के बाद आरोपी राजस्थान में छिप गए

जालंधर में 7 जुलाई को हुए ग्रेनेड धमाके के बाद आरोपी राजस्थान में छिप गए थे। पंजाब पुलिस की सूचना पर एडीजी आईपीएस दिनेश एम.एन. के नेतृत्व में पुलिस ने कार्रवाई की। जालंधर के इस धमाके ने इलाके में दहशत फैलाई थी, और यह सब आरोपी पाकिस्तान से ग्रेनेड मंगवा कर कर रहे थे।

जिशान अख्तर, जो कनाडा में रह रहा है, ने इन अपराधों की साजिश रची थी। यह भी पाया गया कि जिशान ने मुम्बई में बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी भी ली थी। इसके साथ ही, जिशान और पाकिस्तान के गैंगस्टर शहजाद भट्टी, मनु अगवान, और गोपी नवाशहरिया के बीच गहरे संबंध हैं। इन गैंगस्टरों का नेटवर्क न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी फैला हुआ है।

 

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दहशतगर्द सोनू Photograph: (The Sootr)

 

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से नाबालिगों को गैंग में किया शामिल 

सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, जिशान अख्तर और उसके साथी गैंगस्टरों ने नाबालिगों को गैंग में शामिल करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का सहारा लिया। इंस्टाग्राम और अन्य ऑनलाइन ऐप्स के माध्यम से नाबालिगों को पैसों का लालच दिया गया और गैंग में शामिल किया गया। ये नाबालिग आरोपी पंजाब में हुए ब्लास्ट में भी शामिल थे।

विशेषज्ञों का कहना है कि यह नाबालिगों को अपराध की दुनिया में लाने की नई और खतरनाक विधि है। जिशान अख्तर और उसके गैंग ने इन नाबालिगों को धमाके करने के लिए दिल्ली और ग्वालियर में टारगेट भी दिया था।

 

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दहशतगर्द संजय Photograph: (The Sootr)

 

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दहशतगर्द रितिक Photograph: (The Sootr)

 

गिरफ्तारी में इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिका

एडीजी IPS दिनेश एम.एन. ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों को पंजाब से आई स्पेशल ऑपरेशन सैल और पंजाब पुलिस की टीम ने पकड़ा। इस कार्रवाई में एएसपी सिद्धांत शर्मा के नेतृत्व में निरीक्षक रामसिंह और उप निरीक्षक नरेंद्र सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इसके अलावा, पुलिस टीम के अन्य सदस्य जैसे एएसआई दुष्यंत सिंह, हेड कांस्टेबल शाहिद अली, कांस्टेबल रविन्द्र सिंह, महेन्द्र सिंह, देवेन्द्र सिंह, जितेन्द्र कुमार और दिनेश कुमार ने भी इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाई।

ब्लास्ट की साजिश में जिशान अख्तर की भूमिका

कनाडा में रहने वाले जिशान अख्तर पर पंजाब में शराब कारोबारी को धमकाने और रंगदारी न देने पर धमाका करवाने का आरोप है। उसने इन धमाकों के लिए अपनी गैंग के सदस्यों को टारगेट किया था। इन गैंगस्टरों ने न केवल पंजाब में बल्कि दिल्ली और ग्वालियर में भी आतंक फैलाने की योजना बनाई थी।

सुरक्षा एजेंसियों ने जिशान अख्तर और उसके सहयोगियों के खिलाफ एक विस्तृत अभियान चलाया और इस साजिश को विफल कर दिया। यह घटना एक और उदाहरण है कि कैसे ऑनलाइन माध्यमों के जरिए युवा अपराधियों को गैंग में शामिल किया जा रहा है।

 

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दहशतगर्द जीशान Photograph: (The Sootr)

 

नाबालिग अपराधी बने पुलिस के लिए चुनौती

इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने नाबालिगों को गैंग्स में शामिल करने के बढ़ते खतरों को लेकर चेतावनी जारी की है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह घटनाएं हमारे समाज में युवा पीढ़ी को गुमराह करने की बढ़ती प्रवृत्ति को उजागर करती हैं। सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से नाबालिगों को अपराध की ओर खींचना अब एक बड़ा खतरा बन चुका है।

FAQ

1. दिल्ली और ग्वालियर में ब्लास्ट की साजिश कौन रच रहा था?
इस साजिश को लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य और उनके हैंडलर जिशान अख्तर ने रचा था। इस साजिश में तीन नाबालिग भी शामिल थे।
2. जालंधर में हुए धमाके का क्या कारण था?
जालंधर में हुए ग्रेनेड धमाके का मुख्य कारण शराब कारोबारी को रंगदारी न देने पर दबाव बनाना था। जिशान अख्तर ने इस धमाके की साजिश रची थी।
3. ब्लास्ट साजिशकर्ताओं ने नाबालिगों को गैंग में कैसे शामिल किया गया था?
नाबालिगों को इंस्टाग्राम और अन्य ऑनलाइन ऐप्स के माध्यम से पैसों का लालच देकर गैंग में शामिल किया गया था।
4. क्या जिशान अख्तर और उसके गैंगस्टर एक ही नेटवर्क से जुड़े थे?
जी हां, जिशान अख्तर, शहजाद भट्टी, मनु अगवान और गोपी नवाशहरिया सभी एक ही नेटवर्क से जुड़े हुए थे। ये गैंगस्टर नाबालिगों को गैंग में जोड़ते थे।
5. राजस्थान पुलिस ने ब्लास्ट के आरोपियों को किस तरह पकड़ा?
पुलिस ने विशेष ऑपरेशन के तहत आरोपी को गिरफ्तार किया। इस अभियान में एडीजी आईपीएस दिनेश एम.एन. और उनकी टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

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