50 लाख रुपए के क्लेम के लिए खुद को मृत बताया: फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया, कहा- हार्ट अटैक से हुई मौत

बीकानेर में एक युवक ने 50 लाख रुपए के इंश्योरेंस क्लेम के लिए खुद को मृत घोषित कर दिया और फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र व दाह संस्कार पर्ची बनाई।

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Gyan Chand Patni
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राजस्थान rajasthan के बीकानेर में एक युवक ने 50 लाख रुपए का इंश्योरेंस क्लेम प्राप्त करने के लिए खुद को मृत घोषित कर दिया। 

इसके लिए उसने श्मशान घाट से फर्जी दाह संस्कार पर्ची (fake cremation slip) और मृत्यु प्रमाण पत्र (death certificate) तैयार करवा लिया। लेकिन जब बैंक ने इसकी जांच की, तो मामला उलझ गया और पता चला कि वह व्यक्ति मांगीलाल ज्याणी जिंदा था।

कैसे हुआ धोखाधड़ी का खुलासा

राजस्थान के बीकानेर के जयनारायण व्यास कॉलोनी पुलिस थाने में एक रिपोर्ट दर्ज की गई थी, जिसमें बताया गया कि बंधन लाइफ इंश्योरेंस के लीगल ऑफिसर सौरभ कुमार ने इस मामले की शिकायत की थी।

 लीगल ऑफिसर सौरभ कुमार ने बताया कि मांगीलाल श्रीगंगानगर का निवासी है और उसने 9 अगस्त 2023 को 50 लाख रुपए का टर्म इंश्योरेंस प्लान (term insurance plan) लिया था। बीकानेर में इंश्योरेंस कंपनी से धोखाधड़ी यह वारदात चिंताजनक है।

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किसने बनाए फर्जी दस्तावेज

मांगीलाल ने दो किश्तों के भुगतान के बाद 14 अक्टूबर 2023 को हार्ट अटैक से अपनी मृत्यु (death) होने का दावा किया।

इस पर उसके परिचित ने इंश्योरेंस क्लेम (insurance claim) के लिए आवेदन किया और बैंक में फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र (fake death certificate) पेश किया। इतना ही नहीं, उसने श्मशान घाट से दाह संस्कार पर्ची (cremation slip) भी तैयार कर बैंक को दी थी। बीकानेर में धोखाधड़ी की यह वारदात चिंताजनक है।

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बैंक की जांच में कैसे मिली गड़बड़ी

जब बैंक ने इसकी जांच की और दस्तावेजों की सत्यता की पुष्टि की, तो मामला गड़बड़ निकला। बैंक ने मांगीलाल के घर और अन्य स्थानों से जांच की, लेकिन किसी ने भी उसकी मौत की पुष्टि नहीं की। इंश्योरेंस क्लेम उठाने के लिए बनवाई फर्जी दाह संस्कार पर्ची ।

इसके बाद जांच में यह सामने आया कि मांगीलाल जिंदा था। इस पर बीकानेर पुलिस ने मांगीलाल (Mangilal) के जिंदा होने के सबूत प्राप्त कर मामले की रिपोर्ट दर्ज की और उसे गिरफ्तार किया।

फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र  कैसे जारी हुआ

बीकानेर नगर निगम  से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र कैसे जारी किया गया, यह जांच की जा रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि किसने कागजात तैयार किए और फर्जी दस्तावेजों को पेश किया। इस मामले में मांगीलाल के दोस्त भी लिप्त हो सकते हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।

जारी है जांच

इस मामले की जांच बीकानेर की व्यास कॉलोनी पुलिस थाने  के एसआई देवेन्द्र सोनी द्वारा की जा रही है। पुलिस का मानना है कि धोखाधड़ी से कागज तैयार करने में लिप्त कुछ और लोगों को भी पकड़ा जा सकता है।

बीकानेर में इंश्योरेंस क्लेम के लिए बनवाया फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र इन दिनों चर्चा मे है।। 

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FAQ

इंश्योरेंस क्लेम के लिए कैसे फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र तैयार किया?
मांगीलाल ने नगर निगम बीकानेर से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र और श्मशान घाट से दाह संस्कार पर्ची  तैयार करवाई थी, ताकि वह 50 लाख रुपए का इंश्योरेंस क्लेम (insurance claim) प्राप्त कर सके।
2. यह धोखाधड़ी कैसे पकड़ी गई?
बैंक द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र  और अन्य दस्तावेज़ों की जांच करने के बाद यह पता चला कि मांगीलाल जिंदा है, जिससे धोखाधड़ी का पर्दाफाश हुआ और मामला पुलिस में दर्ज हुआ।
3. किसने मांगीलाल के धोखाधड़ी के मामले में मदद की?
जांच में यह सामने आया कि मांगीलाल के कुछ दोस्त  ने उसे धोखाधड़ी करने में मदद की थी, जिनकी पहचान की जा रही है।

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