14 जून तक भीषण गर्मी से नहीं मिलेगी राहत, मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट, तंदूर बना श्रीगंगानगर

देश के कई हिस्से भीषण गर्मी की चपेट में हैं, खासकर राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर और चंडीगढ़ जहां तेज धूप और लू का असर जारी है। मौसम विभाग के अनुसार, 14 जून तक उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा

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Abhilasha Saksena Chakraborty
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No relief from scorching heat
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देश के कई हिस्सों में अगले तीन दिनों तक भीषण गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं जताई गई है। राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर और चंडीगढ़ सहित देश का एक बड़ा हिस्सा तेज धूप और लू की चपेट में बना रहेगा। मौसम विभाग द्वारा गुरुवार सुबह जारी पूर्वानुमान के अनुसार, 14 जून तक पश्चिमोत्तर भारत और मध्य भारत के अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। हालांकि इसके बाद अगले तीन दिनों में तापमान में लगभग 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है, जिससे लोगों को गर्मी से कुछ हद तक राहत मिलने की संभावना है।
पिछले 24 घंटों में देश का सबसे गर्म स्थान पश्चिमी राजस्थान का श्रीगंगानगर रहा, जहां तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। बीते कुछ दिनों से पश्चिम राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के कुछ क्षेत्रों में भीषण गर्मी पड़ रही है, जिसे देखते हुए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, मैदानी इलाकों में तेलंगाना के मेडक में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

इन राज्यों में लू चल सकती है

भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, 12 से 14 जून के बीच जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में हीट वेव यानी लू चलने की संभावना है। वहीं, हिमाचल प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के कई हिस्सों में 12 और 13 जून को तेज़ और भीषण लू के हालात बन सकते हैं। इन परिस्थितियों को देखते हुए इन राज्यों के नागरिकों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है।

15 जून तक राहत नहीं

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि राजस्थान के अधिकांश क्षेत्रों में तापमान 43 से 48 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। 15 जून तक गर्म हवाओं से राहत की उम्मीद नहीं है। पश्चिमी राजस्थान में तीव्र लू चलने की आशंका जताई गई है, जबकि राज्य के अन्य भागों में भी गर्म हवाओं का असर बना रह सकता है।

यूपी, हरियाणा में बारिश की संभावना

मौसम विभाग की ताज़ा जानकारी के अनुसार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के ऊपर ऊपरी स्तर पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। इसके प्रभाव से 12 से 17 जून के बीच हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में तेज़ हवाएं चलने की संभावना है, जिनकी गति 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है। इस अवधि में हल्की से मध्यम बारिश के साथ-साथ आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी भी जारी की गई है। दोनों राज्यों में अनुमानतः 15.6 मिमी से लेकर 64.4 मिमी तक वर्षा दर्ज हो सकती है।

एमपी में कहीं तेज धूप तो कहीं हल्की बारिश

मध्य प्रदेश में इस समय मौसम के दो विपरीत रूप देखने को मिल रहे हैं। कहीं पर भीषण गर्मी अपना असर दिखा रही है, तो कुछ स्थानों पर बारिश राहत लेकर आई है। राजधानी भोपाल में बुधवार को मौसम में अचानक बदलाव आया। दिनभर तेज धूप और गर्मी के कारण तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया, लेकिन रात होते-होते कई इलाकों में बारिश हुई, जिससे वातावरण ठंडा और सुखद हो गया। वहीं, प्रदेश के अन्य हिस्सों में गर्मी का प्रकोप जारी रहा और आधा दर्जन से अधिक शहरों में तापमान 44 डिग्री से ऊपर रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी तीन दिनों तक प्रदेश में इसी प्रकार मौसम के उतार-चढ़ाव बने रहने की संभावना है।

दो दिन में छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक

आगामी दो दिनों के भीतर विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ अन्य क्षेत्रों में मानसून के पहुंचने की संभावना जताई गई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मानसूनी गतिविधियों में तेजी देखी जा रही है, जिससे इन इलाकों में जल्द ही बारिश की शुरुआत हो सकती है।

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