राजस्थान समरावता थप्पड़कांड : आरोपी नरेश मीणा 8 महीने बाद आएंगे जेल से बाहर
राजस्थान के समरावता में नवम्बर दिसम्बर 2024 में हुए देवली—उनियारा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के दौरान एसडीएम को थप्पड़ मारने के आरोपी निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा अब 8 माह बाद जेल से बाहर आएंगे।
राजस्थान (Rajasthan) के समरावता में नवम्बर दिसम्बर 2024 में हुए देवली—उनियारा विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के दौरान एसडीएम को थप्पड़ (समरावता थप्पड़कांड) मारने के आरोपी निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा (Naresh Meena) अब 8 माह बाद जेल से बाहर आएंगे। शुक्रवार यानि 11 जुलाई 2025 को सुबह राजस्थान हाइकोर्ट ने थप्पड़कांड के बाद आगजनी के मामले में जमानत दे दी है।नरेश मीणा को जेल से रिहा कराने के लिए आठ जुलाई को मीणा समाज के युवा नेताओं ने बैठक की थी। जिसमें समरावता प्रकरण और नरेश मीणा की रिहाई की मांग को लेकर कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में छात्र नेता मनोज मीणा ने कहा था कि भजनलाल सरकार ने नरेश मीणा के परिवार और समाज के साथ घोर विश्वासघात किया है। NSUI के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष राकेश मीणा ने कहा कि हम लोगों ने अपने कई वरिष्ठ नेताओं को नरेश मीणा के मामले को बताया था। विजू जेफ, हीरालाल मीणा ने 20 जुलाई को विधानसभा को घेरने की चेतावनी भी दी थी।
जानिए क्या है समरावता थप्पड़कांड ...
13 नवंबर 2024 को देवली-उनियारा विधानसभा के उपचुनाव के लिए मतदान हुआ था। इसमें समरावता गांव के लोगों ने उनके गांव को उनियारा उपखंड में शामिल करने की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार कर रखा था। उस समय निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा भी ग्रामीणों की मांग वाजिब बताते हुए ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए थे।
मतदान बहिष्कार के बावजूद 3 लोगों के जबरन वोट दिलाने का आरोप लगाते हुए नरेश मीणा ने SDM अमित चौधरी के थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद वापस धरने पर जाकर बैठ गए थे। रात 8 बजे तक मतदान हुआ। रात करीब 9.45 बजे नरेश मीणा धरने से उठकर पुलिस से मिलने गए।
पुलिस ने नरेश मीणा को हिरासत में ले लिया था। मीणा के समर्थकों को जैसे ही इसकी जानकारी मिली, वे और भड़क गए थे। सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी नरेश मीणा को पुलिस हिरासत से छुड़ाकर ले गए थे। पुलिस के लाठीचार्ज करने पर नरेश मीणा के समर्थक भड़क गए और पथराव-आगजनी कर दी।
14 नवंबर को पुलिस ने नरेश मीणा को धरनास्थल से गिरफ्तार कर लिया था। फिर कोर्ट के आदेश पर 15 नवंबर को जेल भेज दिया। फिलहाल नरेश मीणा टोंक की जेल में बंद है।
उधर, आरएएस ( Ras )एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर खराड़ी का कहना है कि कोर्ट के फैसले का हम अध्ययन करेंगे। उसके बाद हमारी कार्यकारिणी की बैठक में जो निर्णय होगा उसपर काम किया जाएगा।