राजस्थान: विपक्ष से निपटने से पहले अपनों को साधने की कवायद, सीएम भजनलाल शर्मा का विधायकों, सांसदों से संवाद

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा विधानसभा सत्र से पहले सांसदों और विधायकों से संवाद कर रहे हैं। जिसमें विकास योजनाओं पर चर्चा होगी और मंत्रियों के कामकाज पर फीडबैक लिया जाएगा।

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Nitin Kumar Bhal
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Photograph: (The Sootr)

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राजस्थान में 16 विधानसभा का चौथे सत्र जल्द शुरू होगा। इस बार मानसून सत्र काफी हंगामेदार होने की आशंका है। विपक्ष सरकार के डेढ़ साल के कामकाज को लेकर खासा हमलावर होगा। ऐसे में राजस्थान सरकार और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा कोई भी रिस्क नहीं ले रहे हैं। विपक्ष से निपटने से पहले सीएम भजनलाल शर्मा अपनी ही पार्टी के विधायकों, सांसदों और प्रत्याशियों को संतुष्ट कर रहे हैं। इसके लिए सीएम भजनलाल शर्मा ने दो दिन का संवाद कार्यक्रम आयोजित किया है।

इस कार्यक्रम की शुरुआत सोमवार यानि 25 अगस्त 2025 से हो गई है। पहले सत्र में कोटा, झालावाड़, टोंक-सवाईमाधोपुर, भरतपुर और करौली-भरतपुर के सांसद, विधायक व सांसद विधायक प्रत्याशी रहे नेताओं को बुलाया गया है। दरअसल, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशा है कि विधानसभा में पार्टी एकजुट दिखे और विपक्ष के हमलों का जमकर जवाब दे।

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जयपुर स्थित मुख्यमंत्री आवास। Photograph: (The Sootr)

25 अगस्त 2025 का सीएम किनसे संवाद करेंगे?

इस दिन के संवाद सत्र में कोटा, झालावाड़, टोंक-सवाईमाधोपुर, भरतपुर और करौली-भरतपुर के सांसद, विधायक और चुनाव प्रत्याशी उपस्थित रहेंगे। इस सत्र का मुख्य उद्देश्य इन क्षेत्रों की विकास योजनाओं और प्रगति पर चर्चा करना होगा। सुबह के सत्र में मुख्य रूप से इन क्षेत्रों के सांसदों और विधायकों से संवाद होगा।

26 अगस्त 2025 को सीएम किनसे संवाद करेंगे?

26 अगस्त को दोपहर के सत्र में उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा और भीलवाड़ा के सांसद, विधायक और पूर्व चुनाव प्रत्याशी उपस्थित होंगे। इसके अलावा, शाम के सत्र में जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, अलवर, अजमेर और दौसा के सांसदों, विधायकों और चुनाव प्रत्याशियों से संवाद होगा।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा की जा रही यह बातचीत प्रदेश के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और यह सुनिश्चित करेगी कि जनता की जरूरतों को सही तरीके से प्राथमिकता दी जा रही है।

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Photograph: (The Sootr)

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के संवाद से क्या लाभ होगा?

पहलुलाभ
सीधे जनप्रतिनिधियों से संवादस्थानीय स्तरपर समस्याओं काबेहतर समाधानमिलेगा
विकास योजनाओं का निरीक्षणयोजनाओं कीप्रगति में तेजीआएगी
मंत्रालयों व अधिकारियों की जवाबदेहीप्रशासनिक पारदर्शिता बढ़ेगी
विधायकों की नाराजगी दूर करने का प्रयासपार्टी एकजुटता बढ़ेगी

सीएम भजनलाल शर्मा ले रहे फीडबैक

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इस संवाद का उद्देश्य मुख्यतः विकास योजनाओं और सरकारी योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन को लेकर सांसदों और विधायकों से फीडबैक लेना है। इसके अतिरिक्त, यह कार्यक्रम मंत्रियों के कामकाज का भी आकलन करने का एक अवसर होगा, जिससे उनकी कार्यप्रणाली में सुधार के उपायों पर विचार किया जा सके।

इस संवाद सत्र के दौरान, मुख्यमंत्री राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आए सांसदों और विधायकों से उनकी जमीनी स्थिति के बारे में जानकारी लेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि उनकी क्षेत्रीय विकास योजनाओं पर किस तरह से काम किया जा रहा है। इसके अलावा, सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों के कामकाज पर विधायकों द्वारा दी जाने वाली प्रतिक्रिया भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगी। राजस्थान विधानसभा सत्र से पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का सांसदों-विधायकों से संवाद राजस्थान में विधायकों की मंत्रियों के प्रति नाराजगी दूर करने में भी मददगार साबित होगा।

संवाद कार्यक्रम में सीएम भजनलाल शर्मा किन मुद्दों पर करेंगे चर्चा?

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का यह संवाद कार्यक्रम दो दिनों में आयोजित किया जाएगा, जिसमें विभिन्न सांसदों, विधायकों और विधानसभा चुनाव के भाजपा प्रत्याशियों को बुलाया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जिनमें प्रमुख हैं:

विकास योजनाओं की समीक्षा

मुख्यमंत्री और सांसदों/विधायकों के बीच मुख्य रूप से राज्य की विकास योजनाओं पर चर्चा होगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि योजना सही दिशा में आगे बढ़ रही है।

मंत्रियों और अधिकारियों का फीडबैक

मंत्री और अधिकारियों के कार्यों का आकलन किया जाएगा। यह फीडबैक मुख्यमंत्री को यह निर्णय लेने में मदद करेगा कि कहां सुधार की आवश्यकता है।

विधायकों और सांसदों की नाराजगी

पिछले बजट सत्र में कई भाजपा विधायकों ने मंत्रियों और अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे, विशेष रूप से ऊर्जा विभाग, यूडीएच और जेडीए जैसे विभागों में। मुख्यमंत्री इस नाराजगी को ध्यान में रखते हुए चर्चा करेंगे।

सार्वजनिक मंच पर विधायकों की शिकायतें

कई भाजपा विधायकों ने सार्वजनिक मंचों पर भी मंत्री और अधिकारियों की सुनवाई न होने की शिकायत की थी। मुख्यमंत्री इन समस्याओं पर भी विचार करेंगे और समाधान की दिशा में कदम उठाएंगे।

FAQ

1. राजस्थान में विधानसभा सत्र से पहले मुख्यमंत्री द्वारा सांसद-विधायक संवाद का उद्देश्य क्या है?
यह संवाद सरकार की विकास योजनाओं की समीक्षा और मंत्रियों के कामकाज का फीडबैक लेने के लिए आयोजित किया जाता है।
2. राजस्थान में मुख्यमंत्री के संवाद में किन क्षेत्रों के सांसद और विधायक शामिल होंगे?
राजस्थान के सभी लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों के सांसद, विधायक तथा विधानसभा चुनाव के भाजपा प्रत्याशी शामिल होते हैं।
3. क्या राजस्थान में मुख्यमंत्री के संवाद से मंत्रियों के कार्यों में सुधार होगा?
हां, फीडबैक लेने के कारण मंत्रियों की जवाबदेही बढ़ेगी और कार्य-अशुद्धियां कम होंगी।
4. राजस्थान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की मुख्यमंत्री संवाद प्रक्रिया में क्या भूमिका है?
मदन राठौड़ सांसद-विधायकों के सुझाव सुनते हैं और पार्टी संगठन में उनकी भूमिका सुनिश्चित करते हैं।
5. राजस्थान में विधायक सरकार के मंत्रियों से क्यों नाराज हैं?
विशेष विभाग में जनप्रतिनिधियों की शिकायतों को अनसुना किया जाना और सदन में मंत्री-प्रशासन के गलत जवाब देना इसकी मुख्य वजह हैं।

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