रिश्वत मामले में BAP विधायक जयकृष्ण पटेल को जमानत, जानें राजस्थान हाईकोर्ट ने क्या कहा

राजस्थान हाईकोर्ट ने बागीदौरा विधायक जयकृष्ण पटेल और उनके सहयोगियों को रिश्वत मामले में जमानत दे दी। मामला 20 लाख रुपए की रिश्वत लेने का था।

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Nitin Kumar Bhal
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Photograph: (The Sootr)

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राजस्थान हाईकोर्ट ने राजस्थान के बागीदौरा विधानसभा से विधायक जयकृष्ण पटेल (Jaikrishna Patel) को 20 लाख रुपए की रिश्वत लेने के मामले में जमानत दे दी। यह मामला राज्य के राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का विषय बन गया है, क्योंकि इस मामले में एक विधायक को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया था। इस घटना ने राज्य में राजनीतिक और कानूनी दोनों स्तरों पर हलचल मचा दी।

पहली बार विधायक रिश्वत लेते गिरफ्तार

जयकृष्ण पटेल, जो भारत आदिवासी पार्टी (BAP) से बागीदौरा विधानसभा सीट से विधायक हैं, को 4 मई 2025 को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) द्वारा 20 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था। यह पहली बार था जब किसी विधायक को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था। इस घटना ने राजनीति और प्रशासन में भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े कदम उठाने की आवश्यकता को उजागर किया।

यह है विधायक रिश्वत मामला

रिश्वत मामले की शुरुआत तब हुई, जब जयकृष्ण पटेल ने विधानसभा में खनन विभाग से जुड़े कुछ सवालों को वापस लेने की डिमांड की थी। इसके बदले में उन्होंने 10 करोड़ रुपए की रिश्वत की मांग की थी। हालांकि, बाद में यह रकम 2.5 करोड़ रुपए तक कम कर दी गई। इस सौदे के तहत जयकृष्ण पटेल को 20 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया था। यह राशि जयकृष्ण पटेल के जयपुर स्थित सरकारी क्वार्टर में ली गई थी।

विधायक पटेल के भाई समेत अन्य भी हुए थे गिरफ्तार

कानूनी प्रक्रिया के तहत, 4 मई 2025 को विधायक जयकृष्ण पटेल को गिरफ्तार किया गया। वहीं, उनके चचेरे भाई विजय कुमार पटेल, लक्ष्मण मीणा और जगराम मीणा की गिरफ्तारी 5 मई 2025 को की गई। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने मामले की जांच शुरू की थी और गिरफ्तारी के दौरान उनके पास से रिश्वत की राशि बरामद की थी।

भारत आदिवासी पार्टी विधायक जयकृष्ण पटेल रिश्वत मामला क्या है

  • विधायक जयकृष्ण पटेल की गिरफ्तारी

    • 4 मई 2025 को राजस्थान के बागीदौरा से भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के विधायक जयकृष्ण पटेल को 20 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया।

    • यह राजस्थान की सियासत में पहला मौका था जब किसी विधायक को एसीबी (ACB) ने रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा।

  • रिश्वत का मामला

    • मामले में 20 लाख रुपए की रिश्वत ली गई थी।

    • विधायक ने एक कंपनी को काम करने की अनुमति देने के बदले रिश्वत की मांग की थी।

  • शिकायत और एसीबी की कार्रवाई

    • परिवादी ने एसीबी से शिकायत की थी कि विधायक की ओर से उसकी कंपनी को काम करने नहीं दिया जा रहा था।

    • काम देने के बदले ढाई करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी गई थी।

  • रिश्वत सौदा

    • 2.5 करोड़ रुपए की रिश्वत पर समझौता हुआ, जिसमें से 20 लाख रुपए की पहली किश्त विधायक के गनमैन के जरिए ली गई थी।

  • जाल बिछाया और गिरफ्तारी

    • एसीबी ने कार्रवाई के लिए जाल बिछाया और विधायक के सरकारी आवास से रिश्वत लेने का खुलासा किया।

    • विधायक जयकृष्ण पटेल को एसीबी ने रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।

विधायक रिश्वत मामले में हाईकोर्ट का निर्णय

जयकृष्ण पटेल और उनके सहयोगियों ने जमानत के लिए राजस्थान हाईकोर्ट का रुख किया था। अदालत ने इस मामले में सुनवाई करते हुए विधायक जयकृष्ण पटेल, उनके चचेरे भाई विजय कुमार पटेल, लक्ष्मण मीणा और जगराम मीणा को जमानत देने का आदेश दिया। जमानत की याचिका में यह तर्क दिया गया था कि मामले में चालान (charge sheet) पेश हो चुका है, और सभी आरोपित पहले दिन से हिरासत में हैं। साथ ही, यह भी कहा गया कि ट्रायल में समय लगेगा और इस बीच जमानत दी जानी चाहिए।

उपचुनाव में जीते थे पटेल

जयकृष्ण पटेल की गिरफ्तारी और जमानत के फैसले ने राजस्थान की राजनीतिक जमीन को हिला दिया है। जयकृष्ण पटेल, जो 2024 में विधानसभा उपचुनाव में बागीदौरा से BAP के टिकट पर चुनाव जीते थे, भाजपा के सुभाष तंबोलिया को हराकर विधायक बने थे। वहीं, 2023 के विधानसभा चुनाव में पटेल को कांग्रेस के महेंद्रजीत सिंह मालवीय से हार का सामना करना पड़ा था।

FAQ

1. राजस्थान में विधायक जयकृष्ण पटेल को किस आरोप में गिरफ्तार किया गया था?
राजस्थान में विधायक जयकृष्ण पटेल को 20 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया था। यह रिश्वत खनन विभाग से जुड़े सवालों को विधानसभा में वापस लेने के बदले ली गई थी।
2. राजस्थान हाईकोर्ट ने जयकृष्ण पटेल और उनके सहयोगियों को क्यों जमानत दी?
हाईकोर्ट ने यह निर्णय इसलिए दिया क्योंकि मामले में चालान पेश हो चुका था और सभी आरोपित पहले दिन से हिरासत में थे। ट्रायल में समय लगेगा, ऐसे में जमानत दी गई।
3. इस मामले में किसकी गिरफ्तारी हुई थी?
इस मामले में विधायक जयकृष्ण पटेल, उनके चचेरे भाई विजय कुमार पटेल, और दो अन्य व्यक्तियों लक्ष्मण मीणा और जगराम मीणा की गिरफ्तारी हुई थी।
4. जयकृष्ण पटेल की गिरफ्तारी का राजनीतिक असर क्या हुआ है?
जयकृष्ण पटेल की गिरफ्तारी ने राजस्थान की राजनीति में हलचल मचाई है, खासकर उन राजनीतिक दलों के लिए जिनके नेता भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं।
5. जयकृष्ण पटेल की जमानत के बाद आगे क्या होगा?
जयकृष्ण पटेल और उनके सहयोगियों की जमानत के बाद अब अगला कदम ट्रायल की प्रक्रिया होगी, जहां अदालत में सारे तथ्यों की जांच की जाएगी और फैसला सुनाया जाएगा।

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