राजस्थान पीटीआई भर्ती परीक्षा 2022 में बड़ा खुलासा, फर्जी डिग्रीधारी 37 ने बिठाए डमी कैंडीडेट

राजस्थान में पीटीआई भर्ती परीक्षा-2022 में फर्जी डिग्री से नौकरी हासिल करने के मामले में 167 अभ्यर्थियों को नामजद किया गया है। इनमें से 37 ने तो डमी कैंडीडेट बिठा पास की परीक्षा।

author-image
Nitin Kumar Bhal
New Update
SOG Rajasthan

Photograph: (TheSootr)

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

राजस्थान में पीटीआई भर्ती परीक्षा 2022 (PTI Recruitment Exam 2022) में फर्जी बीपीएड डिग्री और फर्जी अंकतालिका (Fake Marksheet) के ज़रिए नौकरी हासिल करने के 167 अभ्यर्थियों (Candidates) को नामजद किया गया है। इनमें से 37 अभ्यर्थी ऐसे हैं जिन्होंने फर्जी डिग्री लेकर डमी कैंडिडेट (Dummy Candidate) बैठाकर परीक्षा पास की है। यह डिग्रियाँ जेएस यूनिवर्सिटी शिकोहाबाद (JS University, Shikohabad) से खरीदी गई थीं।

फर्जी बीपीएड डिग्री मामले में एसओजी ने क्या एफआईआर दर्ज की है ?

जेएस यूनिवर्सिटी से डिग्री और अंकतालिकाएं बैकडेट (Backdated) में अपलोड करवाई गईं। एसओजी (Special Operations Group) ने इस मामले में अब तक की सबसे बड़ी एफआईआर दर्ज की है। एसओजी की एफआईआर में कुल 202 नाम संदिग्ध (Suspects) पाए गए हैं।

पीटीआई भर्ती परीक्षा-2022 में फर्जी डिग्री मामले में एसओजी का क्या कहना है ?

एसओजी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भर्ती परीक्षा पास करने के बाद अभ्यर्थियों ने फर्जी डिग्रियां (Fake Degrees) प्रस्तुत कीं। एसओजी की जांच में यह बात सामने आई कि 26 अभ्यर्थियों (26 Candidates) की अंकतालिकाएं उनके आवेदन के वक्त घोषित किए गए शैक्षिक सत्रों से मेल नहीं खाती हैं। इनकी मार्कशीट (Marksheet) संदिग्ध पाई गईं, और ऐसा प्रतीत होता है कि ये अंकतालिकाएं एक ही दिन में प्रिंट की गई हैं। इसके अलावा, 9 और अभ्यर्थी हैं, जिनका डिप्लोमा (Diploma) शारीरिक शिक्षा में था, लेकिन चयन के बाद उन्होने बीपीएड डिग्री (B.P.Ed Degree) जमा की। यह सब इस घोटाले की सच्चाई को और भी संदिग्ध बना देता है।

फर्जी बीपीएड डिग्री मामले में कितने अ​भ्यर्थियों पर पहले से केस चल रहा है ?

इनमें 166 अभ्यर्थियों के खिलाफ पहले से केस चल रहा है। जेएस यूनिवर्सिटी प्रशासन के साथ दलालों (Middlemen) की मिलीभगत सामने आई है। पुलिस ने सर्वर डाटा, भर्ती विज्ञप्ति (Recruitment Notification), आवेदन की प्रतियां और सत्यापन दस्तावेज जब्त कर लिए हैं। यह सब दस्तावेज़ एफएसएल (Forensic Science Lab) जांच के लिए भेजे गए हैं।

 

फर्जीवाड़े की खान जेएस यूनिवर्सिटी 

दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार, एसओजी की जांच में पाया गया कि जेएस यूनिवर्सिटी (JS University) की 203 में से 202 डिग्रियां (Degrees) फर्जी (Fake) पाई गईं। ये डिग्रियां सत्र 2017-19, 2018-20, 2019-21, 2020-22 (Sessions 2017-19, 2018-20, 2019-21, 2020-22) के दौरान जारी की गई थीं। कई डिग्रियां ऐसे समय में प्रिंट की गईं, जब सत्र समाप्त होने के काफी समय बाद थीं, जिससे उनकी सत्यता (Authenticity) पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं। बाकी की मार्कशीट (Marksheet) भर्ती प्रक्रिया के दौरान या उससे ठीक पहले तैयार की गई थीं। ताजा एफआईआर के अनुसार, जेएस विश्वविद्यालय शिकोहाबाद को(JS University) को बीपीएड पाठ्यक्रम (B.P.Ed Course) में सालाना केवल 100 छात्रों को प्रवेश देने का अधिकार था, यानी चार शैक्षिक सत्रों में अधिकतम 400 वैध स्नातक ही पात्र (Eligible) होने चाहिए थे। बावजूद इसके, 2,082 आवेदक (2082 Applicants) पीटीआई परीक्षा में शामिल हुए, जो इस घोटाले को और संदिग्ध बनाता है।

 

डमी अभ्यर्थी बैठाकर चयनित हुए नामजद अभ्यर्थियों के नाम

बलवीर-मोहन सिंह (डीग), वीरेंद्र सिंह-रमेश सिंह (दौसा), बुलकेश कुमारी जगमाल सिंह (झुंझुनूं), नरेन्द्र सिंह पुत्र सार्दुल सिंह निवासी (चूरू), वीरेंद्र सिंह-भगवान सिंह (भरतपुर), हनुमान गुर्जर-बद्री गुर्जर (स. मा बद्री गुर्जर (स. माधोपुर), नारायण भाकल चैनाराम (नागौर), निरंजन सिंह-रघुराज तिरिया (करौली),  कुसुमलता गुर्जर कन्हैयालाल गुर्जर (जयपुर), सुरेन्द्र कुमार गुगनराम (झुंझुनूं), नीरज जाटव-केदार जाटव (करौली), परमेश्वरी विश्नोई-विशनाराम (जालौर), रवि मीणा-जगदीश मीणा (स. माधोपुर), दिनेश मारण-राजाराम (जालौर), सुशीला शैताना राम (जालौर), मनोहरलाल-किशनाराम (जालौर), (जालौर), रु सुरेश विश्नोई आसुराम आसुराम (जालौर), (जालौर), सुरेश कुमार-जयकिशन (जालौर), रिडमलराम-मामाराम (जालौर), सुरेश कुमार- रघुनाथाराम (जालौर), सुमन-हरिसिंह भारी (बीकानेर), सौरभ कलाल-सोहन कलाल (बांसवाड़ा), हेमसिंह समय सिंह (भरतपुर), रामलखन सीताराम मीणा (करौली), महेश कुमार गुर्जर बद्री प्रसाद गुर्जर (जयपुर), प्रशांत गुर्जर परशुराम गुर्जर (भरतपुर), सत्येन्द्र-गोरधन सिंह (सीकर), सुनीता रेवाड़- रामगोपाल रेवाड़ (जयपुर), राजेश-लीलाराम फागना (बहरोड़), हिम्मतराम जगदीश (बाड़मेर), मनोज-रामेश्वरलाल (सीकर), चंद्रसिंह-छिलाराम पटेल (जोधपुर), सुमित्रा-रामलाल (जालौर) दुर्गेश कसाना भगवान सहाय (जयपुर), महेन्द्र- जेठाराम (नागौर), दीपक गुर्जर-चरण सिंह गुर्जर करौली), राजन सिंह- भगवान सिंह गुर्जर (दौसा)।

 

FAQ

1: राजस्थान में पीटीआई भर्ती परीक्षा 2022 में फर्जी बीपीएड डिग्री किस प्रकार का मामला है?
यह मामला 2022 की पीटीआई भर्ती परीक्षा से जुड़ा है जिसमें कई अभ्यर्थियों ने जेएस यूनिवर्सिटी से फर्जी बीपीएड डिग्री खरीद कर डमी उम्मीदवारों के ज़रिए परीक्षा पास कर नौकरी हासिल की। एसओजी ने इस घोटाले में 167 अभ्यर्थियों को नामजद किया है।
2: डमी कैंडिडेट कौन होते हैं?
डमी कैंडिडेट वे लोग होते हैं जो असली अभ्यर्थी की जगह परीक्षा में बैठते हैं। इस मामले में फर्जी डिग्री लेने वाले अभ्यर्थी ने इन डमी उम्मीदवारों को परीक्षा में बैठाया ताकि पद हासिल कर सकें।
3: पुलिस ने पीटीआई भर्ती परीक्षा 2022 में फर्जी बीपीएड डिग्री मामले में क्या कार्रवाई की है?
पुलिस ने सर्वर डेटा, फर्जी डिग्री, अंकतालिका, आवेदन फॉर्म और सत्यापन दस्तावेज जब्त कर लिए हैं। ये दस्तावेज एफएसएल और तकनीकी विभाग को जांच के लिए भेजे गए हैं। इसके अलावा जेएस यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों और दलालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है।
राजस्थान में पीटीआई भर्ती परीक्षा-2022 में फर्जी डिग्री का मामला किस विश्वविद्यालय से जुड़ा है?
इस मामले में जेएस यूनिवर्सिटी शिकोहाबाद (JS University Shikohabad) से फर्जी डिग्रियां और अंकतालिकाएं प्राप्त की गईं।

thesootr links

सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧

 

 

 

 

राजस्थान पीटीआई भर्ती परीक्षा 2022 | राजस्थान पीटीआई भर्ती फर्जीवाड़ा 2022 | डमी उम्मीदवार भर्ती घोटाला राजस्थान | एसओजी पीटीआई भर्ती जांच रिपोर्ट | राजस्थान न्यूज | राजस्थान न्यूज अपडेट | राजस्थान न्यूज हिंदी

राजस्थान न्यूज Rajasthan राजस्थान राजस्थान न्यूज अपडेट राजस्थान न्यूज हिंदी राजस्थान पीटीआई भर्ती परीक्षा 2022 जेएस यूनिवर्सिटी शिकोहाबाद फर्जी बीपीएड डिग्री राजस्थान पीटीआई भर्ती फर्जीवाड़ा 2022 डमी उम्मीदवार भर्ती घोटाला राजस्थान एसओजी पीटीआई भर्ती जांच रिपोर्ट