JAIPUR. पहले भरतपुर और फिर उदयपुर में बीजेपी के दो केंद्रीय नेताओं की मौजूदगी में मिली तवज्जो से उत्साहित राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अब राजस्थान में बीजेपी की सत्ता वापसी के लिए पूरी तरह से सक्रिय होती नजर आ रही हैं। रविवार, 2 जुलाई को कोटा में उनके समर्थकों ने एक बड़ी सभा का आयोजन किया गया। यह सभा वसुंधरा राजे के शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखी जा रही थी और ऐसा ही हुआ भी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की भरतपुर में हुई सभा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की उदयपुर में हुई सभा में वसुंधरा राजे को जिस तरह का महत्व दिया गया। उसके बाद कोटा में हुई इस सभा में राजे के ना सिर्फ तेवर तीखे थे, बल्कि बॉडी लैंग्वेज भी पूरी तरह बदली हुई थी।
राजे ने बीजेपी कार्यकर्ताओं सतर्क किया
अपने समर्थकों और जनता को संबोधित करते हुए राजे ने ना सिर्फ अगले चुनाव में एक बार फिर से कमल खिलाने का आह्वान किया बल्कि उदयपुर की तरह ही यहां भी कार्यकर्ताओं को यह कहते हुए चेताया कि कई बार खरगोश कछुए को कमजोर समझ लेने की भी भूल कर लेता है, लेकिन ऐसी चूक हमें नहीं करनी है। कांग्रेस सत्ता प्राप्ति के लिए ये कुछ भी कर सकती हैं।
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तीन दशक पुराने रिश्तों को याद किया
राजे ने राजस्थान के हाड़ौती यानी कोटा संभाग से पिछले 3 दशक से ज्यादा के संबंधों को याद किया और कांग्रेस को चेताया कि ये सियासत भूल ना जाना, यह चंबल का पानी है। कोटा में इस सभा का आयोजन वसुंधरा राजे के कट्टर समर्थक माने जाने वाले पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल और अन्य नेताओं की ओर से किया गया था।
अटलजी की कविता से की भाषण की शुरुआत
वसुंधरा राजे ने भाषण की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की एक कविता से की जो कुछ यूं थी-
आओ फिर से दिया जलाएँ, भरी दुपहरी में अंधियारा,
सूरज परछाई से हारा अंतर तम का नेह निचोड़ें,
बुझी हुई बाती सुलगाएं, आओ फिर से दिया जलाएं।
आओ फिर से कमल खिलायें..!!
अटलजी की इस कविता में राजे ने एक लाइन अपनी ओर से जोड़ी और कहा आओ फिर से कमल खिलायें, क्योंकि अब कमल खिलाने का वक्त आ गया है।
मोदी सरकार की तारीफ और गहलोत पर हमला
वसुंधरा राजे ने जहां केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को भारत का सौभाग्य काल बताया और केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। वहीं गहलोत सरकार पर जमकर हमले किए। राजे ने कहा कि किसी ने कल्पना भी नहीं की थी जन संघ का जो छोटा सा दीपक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं. दीनदयाल उपाध्याय, अटलजी, आडवाणी, भैरों सिंह और राजमाता विजया राजे सिंधिया ने जलाया था, वह आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास के प्रकाश से पूरे देश को रोशन करेगा।
गहलोत सरकार में सिर्फ कांग्रेस का विकास हुआ
वसुंधरा राजे ने कहा राजस्थान में कांग्रेस के शासन में विकास तो हुआ पर राजस्थान का नहीं कांग्रेस का हुआ है। उन्होंने कहा, गहलोत सरकार में प्रदेश में भ्रष्टाचार, महिला-दलित अत्याचार बढ़ा है। बेरोजगारी का विकास यानी बेरोजगारी हुई है। पूरा प्रदेश इस सरकार से छुटकारा पाना चाह रहा है।
गहलोत सरकार सिर्फ कागजों, बयानों और झगड़ों में दिखाई दे रही
राजस्थान कांग्रेस के अंदरूनी खींचतान की ओर इशारा करते हुए राजे ने कहा कि गहलोत सरकार अधिकांश कागजों, बयानों, निर्देशों, आपसी झगड़ों और होटलों में ही दिखाई दे रही। दो बड़े काम किए हैं इस सरकार ने या तो हमारी (केंद्रीय) योजनाओं को बंद कर दिया या उनका नाम बदल दिया।
राजे ने कहा हमने मुफ्त इलाज के लिए भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू की, उसका नाम बदल कर इन्होंने चिरंजीवी स्वास्थ्य कर दिया। हमारी योजना में सब अस्पतालों में गरीबों का फ्री इलाज होता था, इनकी योजना में बड़े अस्पताल गरीब मरीज को घुसने तक नहीं देते। कहने को तो यह इस योजना में 25 लाख तक का इलाज होता है, लेकिन 2021 से लेकर अब तक औसतन साढ़े 11 हजार रूपए भी चिरंजीवी योजना में एक मरीज पर खर्च नहीं।
महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण दिया
राजे ने कहा पहली बार देश में हमने महिलाओं को पंचायत राज संस्थाओं के चुनाव में 50% आरक्षण दिया।हम तो नगर निकाय चुनाव में भी महिलाओं को 50% आरक्षण देना चाहते थे, पर कांग्रेस हमारे इस फैसले के खिलाफ अदालत में चली गई और महिलाओं को मिलने वाला यह आरक्षण रुक गया।
ईआरसीपी पर भी प्रदेश सरकार को घेरा
राजस्थान बीजेपी के लिए परेशानी का कारण बनी पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना का उल्लेख भी राजे ने किया, लेकिन गहलोत सरकार पर आरोप लगाया। राजे ने कहा कि हम ने कोटा, बूंदी, झालावाड़, बारां सहित 13 जिलों का जीवन बदलने वाली ईआरसीपी शुरू की। उसे भी इस सरकार ने राजनीति में उलझा कर छोड़ दिया।
हाड़ौती से मेरा 34 साल का रिश्ता
राजे ने कोटा संभाग से अपने पुराने रिश्ते याद करते हुए कहा कि हाड़ौती से मेरा आज का नहीं, 34 साल का रिश्ता है। मैं पहली बार 1989 में झालावाड़ से सांसद बनी, तब पहली बार कोटा होते हुए झालावाड़ गई थी। इन 34 सालों में हाड़ौतीवासियों ने जो प्यार, आशीर्वाद, साथ और सहयोग दिया वह मेरे लिए अनमोल है। 2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो हाड़ौती ने बीजेपी को 17 में से 10 सीटें दीं यानी कैसी भी परिस्थियां रही हों, हाड़ौती ने लगातार आशीर्वाद दिया। इसके साथ ही राजे ने हाड़ौती संभाग के बीजेपी के दिग्गज नेताओं को याद किया और उन्हें अपनी ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की।
'हर बूथ पर जाएं और लोगों का दिल जीतें'
राजे कार्यकर्ताओं को हिदायत देती भी दिखी और उन्होंने कहा सभी राजनीतिक दल जीतने के लिए ही चुनाव लड़ते हैं, पर हम सिर्फ चुनाव ही नहीं, लोगों का दिल भी जीतते हैं। अब समय आ गया है हर बूथ पर जाएं और लोगों का दिल जीतें। बीजेपी की ऐसी सरकार बनाएं, जिसमें सब सुखी हों, हर व्यक्ति की उन्नति हो। 36 की 36 कौम सुख, शांति समृद्धि के साथ रहें।
कांग्रेस ने कहा- बीजेपी विभाजित पार्टी
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आरसी चौधरी ने वसुंधरा राजे की कोटा में हुई सभा पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह वसुंधरा राजे का निजी कार्यक्रम था या यह संगठन का कार्यक्रम था, इसे पार्टी को स्पष्ट करना चाहिए। चौधरी ने कहा कि वसुंधरा राजे हो या किरोड़ी लाल मीणा सभी पार्टी से अलग होकर अपने कार्यक्रम करते हैं और बीजेपी अपने आप में विभाजित पार्टी है।