संजय गुप्ता, INDORE. अयोध्या में श्री राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 22 जनवरी को होने जा रहा है। इसके लिए मालवा प्रांत को पूरा राम-मय करने का अभियान शुरू किया गया है। राष्ट्रीय स्वयंसवेक संघ मालवा प्रांत के संघ चालक डॉ. प्रकाश शास्त्री और विश्व हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री विनोद शर्मा ने मंगलवार को इस अभियान को लेकर मीडिया से जानकारी साझा की।
इस तरह चलेगा मालवा प्रांत में अभियान
मालवा प्रान्त के 12 हजार से अधिक गांवों तथा 8 हजार से अधिक नगरीय मोहल्लों में हजारों टोलियां घर-घर संपर्क करेंगी। दो हजार से अधिक समयदानी कार्यकर्ता दस दिन के लिए अपने घर से दूर गांव मोहल्ले में रहकर इस अभियान की टोलियों का गठन करेंगे। हर तहसील में सामाजिक सद्भाव बैठक होंगी। हर घर पर भगवा हर मुख से रामधुन, इसे लेकर नगर नगर समाजजन आयोजन करेंगे। इसी थीम पर पूरा कार्यक्रम होगा। मालवा प्रांत से लगभग 100 से अधिक संत अयोध्या में होने वाले आयोजन में सम्मिलित होंगे।
इंदौर में हर बस्ती, मेरी अयोध्या थीम
इन्दौर में सेवा भारती द्वारा मेरी बस्ती -मेरी अयोध्या के अंतर्गत बस्तियों को राम-मय करने की योजना रहेगी। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र मालवा निमाड़ ने अपील की है कि जब 22 जनवरी 2024 के शुभ दिन जब प्रभु श्री राम के बाल रूप नूतन विग्रह को,श्री राम जन्मभूमि पर बना रहे नवीन मंदिर भूतल के गर्भ ग्रह में विराजित करके प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी, तब वैसा ही आनंद व उत्सव का वातावरण घर घर में भी अनुभूत हो। इस अवसर पर अयोध्या में अभूतपूर्व आनंद का वातावरण होगा। इसके लिए अपने मोहल्ले ग्राम में मकर संक्रांति से आरंभ करते हुए प्रतिदिन प्रभात फेरी निकालें, प्राण प्रतिष्ठा के दिन प्रातः घर के द्वार पर रंगोली व वंदनवार से सजावट करें। टेलीविजन अथवा एलईडी स्क्रीन लगाकर सामूहिक रूप से समाज को दिखाएं।
मंदिरों में विजय महामंत्र का जाप
इस दौरान 22 जनवरी को मंदिर में स्थित देवी देवता का भजन कीर्तन आरती पूजा और विजय महामंत्र "श्री राम जय राम जय जय राम" का 108 बार सामूहिक जाप किया जाएगा। इसके साथ हनुमान चालीसा सुंदरकांड राम रक्षा स्त्रोत आदि का सामूहिक पाठ भी करेंगे। शंख ध्वनि, घंटा नाद, आरती करें, प्रसाद वितरण करें ,सभी देवी देवता प्रसन्न होंगे ,वातावरण सर्वत्र सात्विक एवं राममाय हो जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा के दिन सायंकाल सूर्यास्त के बाद अपने घर के सामने दीपक जलाएं ,दीपमालिक सजाएं, विश्व के करोड़ों घरों में दीपोत्सव मनाया जाएगा।
राममंदिर को लेकर यह भी जानकारी दी गई
- मंदिर परंपरागत नगर शैली में निर्मित है।
- मंदिर की लंबाई (पूर्व पश्चिम ) में 380 फीट,चौड़ाई 250 फीट और ऊंचाई 161 फिट है।
- तीन मंजिला मंदिर की प्रत्येक मंजिल की ऊंचाई 20 फीट कल 152 में खंबे 44 दरवाजे हैं।
- भूतल गर्भागृह में प्रभु श्री राम के बाल रूप स्थापित होगा और श्री राम लाल का विग्रह प्रथम तल पर गर्भ में श्री राम दरबार होगा।
-कुल पांच मंडप होंगे नृत्य मंडप रंग मंडप गूढ मंडप (सभा मंडप) प्रार्थना मंडप कीर्तन मंडप होंगे।
-खंबे,दीवारों में देवी देवता तथा देवांगनाओं की मूर्तियां होगी।
- प्रवेश पूर्व से, 32 सीढ़ियां (ऊंचाई 16.5 फीट ) चढ़कर सिंहद्वार होगा।
- दिव्यांगजन तथा वृद्धो के लिए रैंप एवं लिफ्ट की व्यवस्था रहेगी।
-चारों ओर आयताकार परकोटा (प्राकार ) लंबाई 732 मीटर, चौड़ाई 4.25 मीटर, परकोटा के चारों कोनों पर चार मंदिर भगवान - सूर्य,शंकर, गणपति, देवी भगवती परकोटे की दक्षिणी भुजा में हनुमान एवं उत्तरी भुजा में अन्नपूर्णा माता का मंदिर होगा।
-मंदिर के समीप पौराणिक काल का सीता कूप होगा।
- श्री राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में प्रस्तावित अन्य मंदिर- महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ,महर्षि विश्वामित्र,महर्षि अगस्त्य,निषादराज गुह, माता शबरी एवं देवी अहिल्या के होंगे।
-दक्षिणी-पश्चिमी भाग में नवरत्न कुबेर टीले पर स्थित शिव मंदिर का जीर्णोद्धार एवं राम भक्त जटायु राज प्रतिमा की स्थापना होगी।