RAIPUR. छत्तीसगढ़ में पीएम मोदी द्वारा भ्रष्टाचार पर कांग्रेस को घेरने के बाद प्रदेश सियासत गरमा गई है। अब भ्रष्ट्राचार को लेकर दिए सीएम भूपेश बघेल के बयान पर पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने सवाल किए है। पूर्व सीएम रमन सिंह ने सीएम भूपेश के लगाए गए उन आरोपों पर भी पक्ष रखा है जिसमें सीएम ने रमन सिंह को निशाना बनाया था। इसके साथ ही रमन सिंह ने धान और चावल की खरीद में केंद्र के शेयर को तथ्यात्मक तरीके से प्रस्तुत कर आरोप लगाया है कि कांग्रेस तथ्यों को गलत और आधा ही प्रस्तुत कर रही है।
क्या कहा है डॉ रमन सिंह ने
पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने शराब घोटाले पर प्रधानमंत्री मोदी की बात का जिक्र करते हुए कहा- शराब घोटाले पर पीएम मोदी की बात का जिक्र करते हुए कहा “प्रदेश में 2019 से लेकर 2023 के बीच 2161 करोड़ रुपए का शराब घोटाला भूपेश सरकार ने किया है। ED ने 13 हजार पेज के दस्तावेज अदालत में पेश किए हैं। प्रदेश में शराब के 800 आउटलेट हैं और सीएसएमसीएल के जरिए पूरे शराब का मैनेजमेंट और मॉनिटरिंग यही लोग करते थे। कुछ पदाधिकारी, कुछ आईएएस अफसर और अनवर ढेबर और उसका ग्रुप था। इन सबने पूरे 800 आउटलेट में अपने लोगों को पोस्ट कर दिया। भ्रष्टाचार को करने के लिए नकली होलोग्राम का उपयोग कर तीस फीसदी शराब अवैध बेच दिए। इससे जो आय होती थी उसमें से अनवर 15 फीसदी रखते थे और बाकी उपर पॉलिटिकल बॉसेस को देते थे।”
क्या राहुल गांधी कार्रवाई की हिम्मत दिखाएँगे ?
शराब घोटाला मामले में ईडी की कार्रवाई और कोर्ट में दिए गए अभिलेखों का हवाला देते हुए डॉ. रमन सिंह ने कहा “रिकॉर्ड में लिखा है टॉप पॉलिटिकल एक्सक्यूटिव, राज्य का टॉप पॉलिटिकल एक्सक्यूटिव तो मुख्यमंत्री होता है। यदि ED यह इशारा कर रही है तो क्या राहुल जी इस आधार पर इन पर (भूपेश बघेल) पर कार्रवाई की हिम्मत करेंगे।”
संपत्ति को लेकर सीएम भूपेश के आरोप पर बोले रमन सिंह
संपत्ति को लेकर सीएम भूपेश के आरोपों पर रमन सिंह ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल जी भूल जाते हैं कि पहले ही कांग्रेस मेरी संपत्ति के मामले में जब उच्च न्यायालय गई को न्यायालय ने कड़े शब्दों के साथ इसे तथ्यहीन निराधार और राजनीति से प्रेरित मुद्दा बताकर खारिज कर दिया। रमन सिंह ने आगे ने सीएम भूपेश को घेरते हुए कहा कि “मुख्यमंत्री जी यही राग अलापते रहते हैं, वे सत्ता में हैं पुलिस कोर्ट कचहरी सब तो उनकी है। फिर भी एक आरोप आज तक सिद्ध नहीं कर पाए और वे कर भी नहीं पाएँगे क्योंकि उनके सभी आरोप झूठे हैं।”
समझाया धान का गणित
रमन सिंह ने आंकड़े के साथ बताया है कि 2018 से लेकर अब तक केंद्र सरकार ने चावल कितना खरीदा। सरकारी आंकड़ों को दिखाते हुए रमन सिंह ने कहा कि धान का 67 फीसदी ही चावल बनता है। बाकी भूसा निकलता है। FCI चावल लेती है, केंद्र चावल पर भुगतान करता है। 2018 में 80 फीसदी, 2019 में 97 फीसदी, 2020 में 67 फीसदी, 2021 में 78 फीसदी चावल केंद्र सरकार ने खरीदा है। रमन सिंह ने आगे कहा कि भूपेश जी धान के आंकड़े बता कर भ्रम फैला रहे हैं जबकि केंद्र चावल खरीदता है। और धान में याद रखिए कि 67 फीसदी ही चावल बनता है।