संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में शुक्रवार, 1 सितंबर को आरबीआई (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित किया और उनके सवालों के जवाब दिए। इस दौरान उन्होंने महंगाई बढ़ने को लेकर साफ कहा कि अगस्त में टमाटर के भाव 200 गुना तक बढ़ गए थे, जिसके चलते महंगाई दर अधिक थी। उन्होंने TOP थ्यौरी बताते हुए कहा कि टॉप यानी टोमेटो, ओनियन और पोटेटो के दामों के घटने-बढ़ने से महंगाई दर पर खासा असर होता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत बहुत अच्छा कर रहा है। जी-20 समिट नई दिल्ली में होने वाली है। एक्सपर्ट्स कह चुके हैं कि ये दशक भारत का है। इंडिया न्यू ग्रोथ इंजन ऑफ वर्ल्ड है।
हम बंद कमरे में पॉलिसी बनाते है लेकिन मैदान की पूरी जानकारी रखते हैं
दास ने कहा कि आप लोगों से मिलने का कारण यह है कि आप जान पाएंगे पॉलिसी बनाते समय कैसे सोचा जाता है। कैसे डिसीजन लिए जाते हैं। हम भी कोशिश करते हैं कि ग्राउंड रियलिटी के बारे में समझ के जमीनी लोगों के लिए पॉलिसी बनाई जा सके। बंद कमरे में पॉलिसी जरूर बनती है लेकिन इसके लिए मैदान पर काफी रिसर्च होता है लोगों से चर्चा होती है, विषय विशेषज्ञों से चर्चा होती है और मैदानी जानकारी जुटाई जाती है, आखिर नीतियां उन्हीं के लिए बनती है।
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अब अमेरिकी बैंकों का असर भारत पर नहीं होता है
गवर्नर ने राहत जताते हुए कहा कि इंडिया पर अब अमेरिकी बैंकों के दिवालियापन का कोई असर नहीं हुआ। कुछ सालों पहले इस तरह की चीजों का हमारे बैंकिंग सिस्टम पर निगेटिव असर होता था लेकिन अब ऐसा नहीं होता। बैंकों ने बीते सालों में बेस्ट रिजल्ट दिए हैं। NPA भी कम हुआ है। हमें अलर्ट रहने की जरूरत है। ओवर कॉन्फिडेंस नहीं होना चाहिए।
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सब्जियों के कारण महंगाई दर अगस्त में 7.4 फीसदी रही
उन्होंने महंगाई पर कहा कि इकोनॉमिक स्टेबिलिटी के बारे में बात करेंगे तो महंगाई दर अगस्त में 7.4 प्रतिशत रही। यह सब्जियों के दाम के कारण बढ़ी। टमाटर के भाव 200 गुना बढ़ गए थे। मौसम की वजह से सब्जियों के दाम बढ़े लेकिन पहले कि तुलना में महंगाई अब कंट्रोल में है। सब्जियों में खासकर टमाटर के भाव गिरे हैं। टमाटर सही दाम में सभी को उपलब्ध हो सकें, इस पर सरकार का खास ध्यान है। बासमती चावल उपलब्ध के लिए भी एक्सपोर्ट ड्यूटी बढ़ाई गई। अगस्त की महंगाई दर ऊपर रही, लेकिन सितंबर में महंगाई दर कम रहे, इस पर सरकार का जोर है।
यूपीआई ट्रांजेक्शन हर माह दस बिलियन हो गए हैं
डिजिटल इकोनॉमी में आरबीआई का क्या योगदान है? इस सवाल पर उन्होंने ने कहा कि रिजर्व बैंक का रोल बहुत ही व्यापक है। पेमेंट सहित अन्य चीजें रिजर्व बैंक देखता है। यूपीआई एक बिग सक्सेस है। यूपीआई से नंबर ऑफ ट्रांजेक्शन प्रति माह 10 बिलियन तक पहुंच गया है। यूपीआई सितंबर 2016 में शुरू हुआ था। ये लगातार बढ़ रहा है। हम डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दे रहे हैं। सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी का अभियान भी चल रहा है। ये पायलट प्रोजेक्ट ऑपरेशन में है। कई ट्रायल हो चुके हैं। क्रिप्टो करेंसी पर हमारा स्टैंड क्लियर है। ये सीरियस रिस्क फाइनेंशियल सिस्टम को लेकर है। गवर्नर दास ने कहा कि कोविड में सप्लाई डिस्टर्ब हो गई थी। साल 2022-23 में एवरेज महंगाई दर 4.5 प्रतिशत रही। फरवरी महीने में यूक्रेन और रूस के बीच वॉर की वजह से पूरी दुनिया में महंगाई दर प्रभावित हुई।
कार्यक्रम में इन्होंने भी किया संबोधित
इंदौर में आयोजित इस कार्यक्रम के आयोजन में DAVV के साथ एआईजीजीपीए भोपाल, IIM इंदौर और IIT इंदौर भी शामिल रहा। अध्यक्षता कुलपति डॉ. रेणू जैन ने की। आईआईएम और आईआईटी के डायरेक्टर सहित शहर की कई अन्य प्रमुख हस्तियां भी इस आयोजन में शामिल हुई हैं। इस दौरान मध्य प्रदेश राज्य नीति एवं योजना आयोग के उपाध्यक्ष प्रो. सचिन चतुर्वेदी भी मौजूद रहे।
दर से डिमांड और सप्लाई में संतुलन आता है
दास ने कहा कि ब्याज दर बढ़ने से डिमांड और सप्लाई में संतुलन होता है। डिमांड ज्यादा होने से कीमतें बढ़ती है। ये महंगाई दर को मॉनिटरिंग करने की पॉलिसी है। कोविड के समय पर लिक्विडिटी इंजेक्ट किया था। क्योंकि मार्केट में फाइनेंशियल एक्टिविटी रुक गई थी। फाइनेंशियल एक्टिविटी को बनाए रखने के लिए लिक्विडिटी बनाए रखने की जरूरत थी। हमारा एप्रोच एडवांस देशों से अलग था। बाकी देशों की तरह हमने भी सिस्टम में लिक्विडिटी इंजेक्ट की, लेकिन हम इसे अनलिमिटेड पीरियड के लिए नहीं देते थे। एक टाइम पीरियड रहसलिए महंगाई दर बढ़ती है तो इंटरेस्ट रेट बढ़ाना पड़ता है। इंटरेस्ट रेट को हमेशा इन्फ्लेशन के साथ एडजस्ट किया जाता है ताकि इंटरेस्ट रेट पॉजिटिव रहे।
आरबीआई गवर्नर दास 56 दुकान पहुंचे, व्यापारियों से मिले
आरबीआई के गवर्नर दास ने शुक्रवार की शाम इंदौर की 56 दुकान का दौरा किया और यहां की सफाई और स्वच्छता को लेकर तारीफ की और कहा कि मैं उससे बहुत प्रभावित हुआ हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे यहां व्यापारियों ने बताया है कि यह 80% व्यापार कैशलेस होता है। लेकिन हमने एक अपील की है कि एक तारीख तय करके कोशिश करें कि 100 फीसदी कैशलेस बनाया जाए।