संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में भूमाफिया के चंगुल से छूट पुष्पविहार, अयोध्यापुरी जैसी कॉलोनियों को वैध कराने और आईडीए की स्कीम से मुक्ति के लिए सालों से लड़ रहे रहवासियों ने रविवार को विधायक महेंद्र हार्डिया का सम्मान समारोह रखा। इसमें एमआईसी सदस्य राजेश उदावत ने कहा कि अवैध कॉलोनी को वैध करने की लड़ाई मैंने महेंद्र हार्डियाजी के पीछे होकर लड़ी और बाद में कॉलोनी सेल का प्रभारी नगर निगम में हो गया, ऐसे ही लगता है ईश्वर चाहता है कि हार्डिया ही इस कॉलोनी के वैध के लिए मंत्री बनकर हस्ताक्षर करें। रहवासियों ने मंशा जाहिर करते हुए कहा कि हार्डिया को नगरीय प्रशासन मंत्री होना चाहिए।
इंदौर का कोई और जनप्रतिनिधि ऐसा नहीं कर पाता
उदावत ने यहां तक कहा कि हार्डिया की जगह इंदौर का कोई भी जनप्रतिनिधि होता, वह इस तरह की लड़ाई नहीं लड़ पाता। कई लोगों ने भूमाफिया ने लालच दिए, लेकिन हार्डिया नहीं हिले और डगमगाए। कई जगह से धमकी, लालच आते रहे, लेकिन किसी की कोई दाल नहीं गली क्योंकि हार्डिया थे।
हार्डिया बोले- मुस्लिम वोट नहीं देते हैं
उधर, हार्डिया ने कहा कि यह सभी लोगों के स्नेह के कारण जीत है, सामने वाले ने तो हराने के लिए 50 करोड़ खर्च किए (कांग्रेस प्रत्याशी सत्तू पटेल), मैं तो बहुत सस्ते में निपट गया। उनके पास तो हेलीकॉप्टर भी है और बहुत पैसा भी लेकिन फिर भी हार गए। मुझे मुस्लिमों ने वोट नहीं दिए, वैसे भी वह बीजेपी को नहीं देते हैं। मुस्लिम वोट 75 हजार डले थे, लेकिन इसमें से मुझे कितने मिले? आप सोच सकते हैं, सिर्फ 600 करीब। खजराना पेटी खुली तो मैं आगे चलते हुए नौ हजार से पीछे हो गया, फिर आजादनगर खुली तो फिर वोट नहीं मिले। लेकिन मैं सभी के सहयोग से 15 हजार वोट से जीत ही गया।
अभी लड़ाई बाकी है, एक साल में पूरा काम करा लेंगे
हार्डिया ने सभी रहवासियों से कहा कि हम यहां तक तो आ गए हैं, भूमाफिया चले गए हैं लोगों को कब्जे मिल गए हैं। अब तकनीकी पेंच बचे हुए हैं, आईडीए से मुक्त कराना है, शासन से पत्र आ चुका है। यह सभी एक साल में हम ठीक कर लेंगे। कई दर्जन भर कॉलोनियों के तो मुद्दे सुलझा ही चुके हैं, यह भी हो जाएगा।
सीएम यादव मेरे मित्र है- हार्डिया
द सूत्र ने हार्डिया से पूछा कि सीएम पद से शिवराज सिंह के जाने से कोई फर्क पड़ेगा क्या? उन्होंने कहा नहीं, कोई भी रहेगा हम काम करा लेंगे, मैं भी तो पांच बार का विधायक हूं, मायने रखता हूं। वैसे भी नए सीएम डॉ. यादव मेरे मित्र है। वहीं मंत्री मंडल में जगह मिलने के मुद्दे पर उन्होंने चुप्पी साध ली।
आकाश त्रिपाठी से लेकर मनीष सिंह का योगदान
हार्डिया ने वहीं मंच से कहा कि इस पूरे मसले में कलेक्टर आकाश त्रिपाठी से लेकर मनीष सिंह तक सभी का योगदान मिला है। सीएम चौहान ने पूरी बात हमारी सुनी और सहयोग किया। उनके चलते ही सभी अधिकारियों ने इस मुद्दे को समझा और मदद की।
बस अंतिम लड़ाई बाकी है, आईडीए जारी करे प्रारूप- मिश्रा
समारोह में पुष्पविहार कॉलोनी, न्याय नगर ext कॉलोनी एवं श्री महालक्ष्मी नगर कॉलोनी के सदस्य मौजूद थे। रहवासी संघ के एनके मिश्रा ने कहा कि शासन के पत्र के बाद अब हम आईडीए से उम्मीद कर रहे हैं कि वह शासन के नोटिफिकेशन अनुसार प्रारूप की विज्ञप्ति जारी कर हमसे योजना में लगी राशि जमा कराएं और स्कीम से संस्था की जमीन को मुक्त करें, इसके बाद ही निगम इसे वैध का दर्जा देगा। 30 साल से ज्यादा समय से हम लोग लड़ रहे हैं, इस लड़ाई में महेंद्र हार्डिया जैसे विधायक का और उदावत जैसे जनप्रतिनिधि का साथ मिला है, इसके चलते यहां तक पहुंच सके हैं, बस अब अंतिम प्रक्रिया जारी है, जिसमें आईडीए हमसे राशि जमा करा कर स्कीम मुक्त कर दें। इस दौरान विविध रहवासी संघ के पदाधिकारी और सैंकड़ों सदस्य मौजूद थे।