संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में जमीन की जंग जारी है, भूमाफिया के कुकर्मों के चलते रहवासी लगातार परेशान है। इस बार पुराने भूमाफिया अरूण डागरिया के साथ ही उनके साथी महेंद्र जैन, अतुल सुराणा के साथ अन्य पर भी जमीन का खेल करने के आरोप लगे हैं। प्रिंसेस एस्टेट कॉलोनी के पीड़ितों ने कलेक्टर आशीष सिंह से मिलकर उन्हें इनकी शिकायत की है।
रहवासियों ने यह आरोप लगाए
प्रिंसेस एस्टेट कॉलोनी रहवासी संघ के अध्यक्ष विरेंद्र पांधरीवाल व सचिव अनिल शर्मा ने कलेक्टर को बताया कि यह कॉलोनी 1999-2000 से बनी है और हमारी सभी की रजिस्ट्री भी उसी समय हो चुकी है। यह कॉलोनी अधूरे ढंग से डागरिया, सुराणा, जैन व अन्य ने बनाई। उनके छोड़ने के बाद हम इसमें काम करा रहे हैं, लेकिन एक सर्वे नंबर 270/2 पर राजकुमार यादव नाम का व्यक्ति कब्जा करने में लगा है। इसमें हमारे रहवासियों के 34 प्लॉट दायरे में आ रहे हैं। इसके रिकार्ड में भूमाफिया ने पटवारी व तहसीलदार से मिलकर गड़बड़ी की है।
हाईकोर्ट में चल रहा है केस
पांधरीवाल ने द सूत्र को बताया कि एसडीएम कोर्ट से हमारे पक्ष में फैसला हुआ था लेकिन इसमें जमीन स्वामी की मौत हो गई, इस आधार पर उन्होंने उच्च स्तर कोर्ट से इस आदेश को क्वैश करा दिया। हम लोग हाईकोर्ट गए हैं, लेकिन इसी बीच यहां लगातार कब्जे के प्रयास हो रहे हैं। हम थाने में भी शिकायत कर चुके हैं लेकिन कुछ नहीं हुआ, इसके पूर्व कलेक्टरों को भी इस मामले की जानकारी दी थी। अब हमने कलेक्टर आशीष सिंह को सारी जानकारी दी है।
कलेक्टर ने दिए यथास्थिति के आदेश
कलेक्टर आशीष सिंह ने विवाद की स्थिति देखते हुए एसडीएम को आदेश दिए हैं कि मौका पर यथास्थिति रहे और कोई भी कब्जा नहीं कर सके। वहीं इस मामले में कहा है कि यह कानूनी विवाद है, जिसका हल उनके द्वारा उचित फोरम पर विधिक अपील करने से ही होगा, लेकिन वहां कोई विवाद नहीं हो इसलिए यथास्थिति के आदेश दे दिए हैं।
डागरिया पहले भी विवादों में रहा
डागरिया का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले भी कई मामलों में प्रशासन के पास उसकी शिकायतें पहुंची है। बैंक लोन नहीं चुकाने पर कुछ साल पहले उसकी महलनुमा हवेली भी कुर्क हुई थी। वहीं विविध भूमाफिया अभियान के तहत उसके खिलाफ प्रशासन ने कानूनी कार्रवाई की हुई है।