Chhatarpur. विधानसभा चुनाव धीरे-धीरे दहलीज तक आने को बेताब हैं तो वहीं प्रशासन हो या फिर पुलिस फोर्स में सालों तक नौकरी कर चुके नौकरशाह पॉलिटिक्स में करियर बनाने की जुगत में लग गए हैं। विधानसभा चुनाव के पहले इस्तीफों की झड़ी सी लगी हुई है। पुलिस के आला अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा ने इस्तीफा दिया था जो मंजूर नहीं हुआ वहीं इससे पहले छतरपुर के लवकुश नगर की एसडीएम निशा बांगरे इस्तीफा देकर चर्चा में आईं थीं। अब लवकुश नगर में ही पदस्थ एसडीओपी पीएल प्रजापति का इस्तीफा राज्य शासन ने मंजूर कर लिया है। बता दें कि उन्होंने 3 माह पहले ही राज्य शासन को इस्तीफा भेज दिया था। अब उनके राजनैतिक मैदान में पदार्पण का इंतजार है।
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विधानसभा चुनाव लड़ने की है इच्छा
दरअसल यह चर्चा जोरों पर है कि प्रजापति ने कांग्रेस पीसीसी चीफ कमलनाथ से मुलाकात की थी और पन्ना जिले के गुन्नौर विधानसभा क्षेत्र से दावेदारी कर डाली है। उन्हें अब राजनीति में लंबी पारी खेलने की इच्छा है। राज्य शासन से इस्तीफा मंजूर होने के बाद प्रजापति की दावेदारी को और बल मिल गया है।
कई नौकरशाह हैं मैदान में
विधानसभा चुनावों में दावेदारी कर रहे नौकरशाहों में निशा बांगरे बैतूल से, पूर्व आईएएस वेदप्रकाश जबलपुर से, रिटायर्ड सीएसपी हरिओम शर्मा जबलपुर से दावेदारी कर रहे हैं। एडीजी पुरुषोत्तम शर्मा का इस्तीफा अभी मंजूर नहीं हुआ है, वे भी चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। वहीं अब इस लिस्ट में पीएल प्रजापति का नाम भी शामिल हो गया है। मुनव्वर राणा का शेर है कि वो शायर हों या आलम हों, ताजिर या लुटेरे हों, सियासत वो जुआ है जिसमें सब पैसा लगाते हैं। इसकी बानगी मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में भी देखी जा रही है इसलिए इस्तीफों की बाढ़ सी आई हुई है।