संजय गुप्ता. INDORE. मप्र की बीजेपी सरकार ने चुनाव के पहले एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती का वादा किया था और इसके लिए कर्मचारी चयन मंडल भोपाल ने 42 हजार से ज्यादा पदों के लिए भर्ती निकाली। इसमें से केवल 5321 पदों के लिए ही रिजल्ट जारी हुआ और भर्ती हुई, बाकी 36,985 पदों की भर्ती रुकी हुई है। इसमें वह चयनित पटवारी भी है, जिनके रिजल्ट पर जांच बैठी हुई है। इससे परेशान उम्मीदवार बुधवार (27 दिसंबर) को मंडल के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करने जा रहे हैं।
बेरोजगार युवा संघ कर रहा मांग
मध्य प्रदेश बेरोजगार युवा संघ अध्यक्ष और अधिवक्ता दिनेश सिंह चौहान अधिवक्ता, उपाध्यक्ष अजय पांडे, सचिव संदीप गौर के द्वारा 27 दिसंबर 2023 को मंडल के सामने रुके हुए रिजल्ट को जारी करने और नए कैलेंडर 2024 का जारी करने के लिए ज्ञापन कार्यक्रम दिया जा रहा है। चौहान ने बताया कि इसकी सूचना पुलिस कमिश्नर को दी गई है। इसके अलावा कंट्रोल रूम को दी गई है, वहां से भी आश्वासन मिला है कि आपके लिए पूरी व्यवस्था रहेगी और आप सभी शांति तरीके से अपना ज्ञापन संपन्न करवाएं, हमें कोई आपत्ति नहीं है। साथ ही साथ मंडल ने खुद कहा है कि वह भी कल ज्ञापन लेने के लिए वहां के मौजूद अधिकारी उपस्थित रहेंगे।
ओबीसी आरक्षण को लेकर आए फैसले से बनी हुई है बाधा
ओबीसी आरक्षण 14 से बढ़ाकर 27 फीसदी करने पर मामला कोर्ट में गया हुआ है, जिसमें अगस्त 2023 में हाईकोर्ट ने आरक्षण 14 फीसदी ही रखने का आदेश दिया है। इसके बाद सारे रिजल्ट रूक गए हैं। उधर, पटवारी भर्ती परीक्षा की जांच रिटायर्ड हाईकोर्ट जज की अध्यक्षता में शुरू हुई थी। इसमें पहले कार्यकाल 31 अगस्त किया और फिर इसे 31 अक्टूबर तक कर दिया, लेकिन अभी भी जांच पूरी नहीं हुई है। नई सरकार में ही इस जांच का दशा और दिशा तय होगी।