JAIPUR. जल जीवन मिशन में घोटाले को लेकर शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी की गई। इसमें एक रिटायर्ड आरएएस अधिकारी और एक प्रॉपर्टी डीलर के भी शामिल होने की जानकारी सामने आई है। दोनों ही प्रदेश के कैबिनेट मंत्री करीबी बताए जा रहे हैं। यह छापेमारी जयपुर के वैशाली नगर, झोटवाड़ा, सिंधी कैंप के साथ अलवर में दो जगहों पर की गई है।
गुजरात की ईडी टीम भी पहुंची
अब तक की जानकारी के अनुसार ईडी की दिल्ली और जयपुर टीम के अलावा पहली बार गुजरात की टीम को भी जयपुर में कार्रवाई के लिए बुलाया गया है। ईडी के राजस्थान आने के बाद से ब्यूरोक्रेसी, राजनेताओं में हड़कंप मचा हुआ हैं। जो अधिकारी जांच के दायरे में हैं, उनसे जुड़े करीबी लोगों और उनकी संपत्तियों की भी जांच की जा रही है।
ईडी की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं
जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट जल जीवन मिशन में घोटाले की शिकायत पर शुक्रवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राजधानी जयपुर सहित कई जगहों पर छापेमारी की है। सूत्रों के अनुसार प्रॉपर्टी डीलर कल्याण सिंह कविया के वैशाली नगर स्थित फार्म हाउस और रिटायर्ड आरएएस अधिकारी अमिताभ कौशिक के घर पर भी ईडी की टीम पहुंची। दोनों जगहों पर ठिकानों के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ईडी के अधिकारी दस्तावेज खंगाले। हालांकि, इस पूरी कार्रवाई को लेकर अभी तक ईडी की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। यह दोनों कैबिनेट मंत्री के करीबी बताए जा रहे हैं।
ठेकेदार के घर मिला कैश
ऐसे में इस पूरे मामले को लेकर मंत्री की मुश्किलें भी आने वाले दिनों में बढ़ सकती हैं। इसके अलावा कोटपूतली-बहरोड़ जिले में ईडी की टीम पीएचईडी के कार्यालय में भी पहुंची हैं। बहरोड़ में पीएचईडी के अधिशासी अभियंता मायालाल सैनी और इसके बाद अब ईडी की एक टीम बहरोड़ में पीएचईडी कार्यालय पहुंची। जहां फाइल और कंप्यूटर में दर्ज डाटा को खंगाला गया। इस मामले से जुड़े दस्तावेज और डाटा ईडी ने अपने कब्जे में लिए हैं। इधर ठेकेदार संजय बडाया के बनीपार्क स्थित घर पर भी ईडी के अधिकारी पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक संजय के निवास पर ईडी को कुछ कैश मिला है। संजय का जो मोबाइल एक्टिवेट है। उसमें ईडी को अभी तक कोई दस्तावेज नहीं मिले हैं।