BHOPAL. मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ने मंगलवार 6 जून को 5वीं और 8वीं परीक्षाओं का संशोधित परिणाम जारी किया। इस दौरान बोर्ड परीक्षा की 5 लाख कॉपियों का पुनर्मूल्यांकन किया गया। इसमें 89 हजार स्टूडेंट्स पास हुए हैं। राज्य शिक्षा केंद्र ने संशोधित परीक्षा परिणाम जारी कर दिया है। दरअसल, 15 मई 2023 को घोषित किए गए 5वीं और 8वीं बोर्ड पैटर्न परीक्षा परिणामों में विद्यार्थियों के प्रोजेक्ट अंकों की प्रविष्टि नहीं की थी। जिसकी वजह से कई बच्चे फेल हो गए थे। साथ ही कई विद्यार्थी मात्र 1 या 2 विषयों में अनुत्तीर्ण थे।
5 लाख उत्तर पुस्तिकाओं का हुआ पुनर्मूल्यांकन
राज्य शिक्षा केंद्र ने छात्रहित में उन सभी विद्यार्थियों के परीक्षा परिणामों का पुन: परीक्षण करने का फैसला लिया। 27 मई से 3 जून तक ऐसे 3 लाख 89 हजार 764 विद्यार्थियों की लगभग 5 लाख उत्तर पुस्तिकाओं का पुन: परीक्षण कर अंकों की प्रविष्टि और प्राप्ताकों का मिलान कर आवश्यकता होने पर सुधार किया गया। इस प्रक्रिया में कक्षा 5वीं के 44 हजार 293 और कक्षा 8वीं के 44 हजार 751 अतिरिक्त छात्र उत्तीर्ण घोषित हुए हैं। इसके बाद सत्र 2022-23 में कक्षा 8वीं का परीक्षा परिणाम 76.09 से बढ़कर 80.29 प्रतिशत, वहीं कक्षा 5वीं का परीक्षा परिणाम 82.27 से बढ़कर 86.02 प्रतिशत हुआ है।
ये भी पढ़ें...
सिवनी के छपारा में तालाब में डूब गए 3 मासूम बच्चे, नहाते वक्त हुआ हादसा, वैनगंगा में डूबा एक बच्चा
89 हजार विद्यार्थी और पास
संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र धनराजू एस ने बताया कि, इस संबंध में स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इन्दर सिंह परमार के दिशा निर्देशों के अनुसार विभाग ने समस्त 24 लाख विद्यार्थियों के डाटा विश्लेषण के उपरांत ऐसे लगभग 3 लाख 89 हजार से अधिक विद्यार्थियों को चिन्हित किया जो स्कूलों के द्वारा प्रोजेक्ट अंकों की एंट्री नहीं करने के कारण या मात्र 1 या 2 विषयों में फेल थे।
संशोधित परीक्षा परिणाम एक नजर में
- सम्मिलित छात्र 1066405
अब 8वीं में 80.29 प्रतिशत और 5वीं में 86.02 प्रतिशत पास
राज्य शिक्षा केन्द्र ने छात्रहित में उन सभी विद्यार्थियों के परीक्षा परिणामों का पुन: परीक्षण करने का निर्णय लिया। इस के लिए समयबद्ध कार्यनीति तैयार करते हुए 27 मई से 3 जून की अल्प अवधि में ऐसे 3 लाख 89 हजार 764 विद्यार्थियों की लगभग 5 लाख उत्तरपुस्तिकाओं का पुन: परीक्षण कर अंकों की प्रविष्टि तथा प्राप्ताकों का मिलान कर आवश्यकता होने पर सुधार किया गया। साथ ही शालाओं को प्रोजेक्ट अंकों की प्रविष्टि का अवसर भी प्रदान किया गया। इस प्रक्रिया के बाद कक्षा 5वीं के 44 हजार 293 तथा कक्षा 8वीं के 44 हजार 751 अतिरिक्त विद्यार्थी उत्तीर्ण घोषित हुए हैं।