राज्य सेवा परीक्षा 2019 का हक भोपाल से आए एक फोन से मारा गया, पहले डॉक्टरों के इंटरव्यू कराने के लिए आया दबाव, आयोग झुका

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राज्य सेवा परीक्षा 2019 का हक भोपाल से आए एक फोन से मारा गया, पहले डॉक्टरों के इंटरव्यू कराने के लिए आया दबाव, आयोग झुका

संजय गुप्ता, INDORE. राज्य सेवा परीक्षा 2019 में भर्ती के लिए चार साल से इंतजार कर रहे उम्मीदवारों के इंटरव्यू का हक और किसी ने नहीं बल्कि सरकार ने ही मार दिया है। द सूत्र को भोपाल के सूत्रों से मिली पुख्ता जानकारी के अनुसार सोमवार को पीएससी ने जैसे ही राज्य सेवा परीक्षा 2019 के इंटरव्यू के लिए सूचना जारी की और तीन जुलाई से इंटरव्यू का शेड्यूल जारी किया। इसके बाद ही भोपाल से सीधे आयोग के पास एक बड़े व्यक्ति का फोन पहुंच गया। हालांकि इसकी पुष्टि द सूत्र नहीं करता है। लेकिन इस बड़े व्यक्ति के फोन के बाद तत्काल एक घंटे के भीतर ही इंटरव्यू की सूचना की जानकारी आयोग ने वेबसाइट से हटा ली। यह भी जानकारी मिली है द सूत्र को उस फोन में पहले डॉक्टरों के इंटरव्यू सूचना जारी करने के लिए कहा गया था। द सूत्र इस जानकारी के लिए एक दिन इंतजार करता रहा और जब बुधवार को दोपहर में आयोग ने डॉक्टरों के इंटरव्यू की सूचना जारी की तो फिर और पुख्ता हो गया हमारे सूत्रों की खबर बिल्कुल सही थी।





अब डॉक्टरों के यह इंटरव्यू शेड्यूल किए गए 





आयोग ने शल्य क्रिया विशेषज्ञ (सर्जन) के कुल 159 पदों के लिए यह इंटरव्यू प्रक्रिया जारी है। उल्लेखनीय है कि यह भर्ती सीधे इंटरव्यू से होती है इसमें प्री, मेन्स नहीं होती है। यह इंटरव्यू शेड्यूल चार से छह जुलाई तक तीन दिन में की जाएगी। इसमें 87 फीसदी से 138 पद और 13 फीसदी फार्मूले में 21 पद रखे गए हैं। पहले राज्य सेवा परीक्षा 2019 के इंटरव्यू 3 जुलाई से होना थे।





क्यों ऐसा किया गया?





राज्य सेवा परीक्षा में 1800 से ज्यादा उम्मीदवारों के इंटरव्यू होना है। हाईकोर्ट के आदेश से और भी उम्मीदवार जुड़े हैं, इनकी प्रक्रिया करीब 45 दिन चलेगी, तब तक दूसरे इंटरव्यू नहीं हो सकेंगे, क्योंकि बोर्ड में कुल पांच की जगह चार ही सदस्य है चेयरमैन सहित ड़ॉ. राजेश लाल मेहरा चेयरमैन है और सदस्य में चंद्रशेखर रायकवार, डॉ. देवेंद्र सिंह मरकाम और डॉ. कृष्णकांत शर्मा है। और इंटरव्यू बोर्ड में एक-एक सदस्य का होना जरूरी होता है। ऐसे में डॉक्टरों के इंटरव्यू अगस्त अंत या सितंबर तक ही होते और फिर अक्टूबर पहले सप्ताह में आचार संहिता के चलते कई प्रक्रियाएं बाधित होती। ऐसे में बड़े व्यक्ति ने अपने प्रभाव से राज्य सेवा परीक्षा 2019 के उम्मीदवारों का हक डॉक्टरों को दे दिया। 





अब 2019 के उम्मीदवारों का क्या होगा





इनके पास फिलहाल इंतजार करने के अलावा कुछ नहीं है, आयोग ने अभी इनकी नई तारीख के बारे में तय नहीं किया है, इस पर विचार जारी है। उधर 17 से 22 जुलाई तक राज्य सेवा परीक्षा 2021 की मैंस भी होना है। हालांकि माना जा रहा है कि जुलाई माह में ही इनके इंटरव्यू होंगे। लेकिन इनके अंतिम रिजल्ट में देरी से काफी नाराजगी है, क्योंकि आगे जाकर राज्य सेवा परीक्षा 2020 के बैच के साथ सीनियरटी के विवाद आएंगे, क्योंकि इनके रिजल्ट आयोग घोषित कर चुका है, जबकि सीनियर बैच 2019 होना चाहिए।





अब तो रहम करो राज्य सेवा परीक्षा 2019 पर





अब तो जानकार भी कहने लगे है कि राज्य सेवा परीक्षा 2019 पर रहम कीजिए, जनवरी 2020 में इसकी प्री हुई थी और इसके बाद मैंस् का रिजल्ट आकर अप्रैल 2022 में इनके इंटरव्यू होने वाले थे लेकिन फिर कानून  लड़ाई के चलते मेन्स का रिजल्ट जीरो हुआ, फिर स्पेशल मेन्स  हुई और इसका रिजल्ट आया और अब यह सभी इंटरव्यू का इंतजार कर रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा 571 पद है ऐसे में उम्मीदवारों को इसमें पद लेने की काफी उम्मीद हैं। 





हाईकोर्ट से आर्डर पाने वालों के भी होंगे इंटरव्यू





मप्र लोक सेवा आयोग ने राज्य सेवा परीक्षा 2019 के मेन्स  का रिजल्ट 18 मई को फिर से जारी किया था, जिसमें पहले सफल घोषित 1918 उम्मीदवारों में से कई बाहर हो चुके हैं। इसमें से 34 गर्ल्स उम्मीदवार व इसके बाद कई अन्य उम्मीदवार भी हाईकोर्ट में गए थे, जिनके पक्ष में फैसला आया है कि इन्हें सशर्त इंटरव्यू में बैठाया जाए। इसके लिए पीएससी प्रवक्ता डॉ. रविंद्र पंचभाई ने स्पष्ट किया है कि हाईकोर्ट के आदेश से जिनके भी इंटरव्यू के लिए आदेश होंगे, उन्हें पृथक से सूचना जारी कर सभी दस्तावेज लेकर इंटरव्यू कराए जाएंगे। इनकी अलग से पूरी प्रक्रिया की जाएगी।





सबसे ज्यादा पद इसी परीक्षा में है





हाल के समय में सबसे ज्यादा पद इसी परीक्षा में 571 घोषित है, जिसमें डिप्टी कलेक्टर के 27 और डीएसपी के 22 पद है। 87 फीसदी फार्मूले से भी बात करें तो 484 पद इस दायरे में आते हैं, जिन पर अंतिम रिजल्ट जारी किया जा सकता है। इसमें डिप्टी कलेक्टर के 24 और डीएसपी के 19 पद शामिल है। ऐसे में इस परीक्षा से उम्मीदवारों को काफी आस है। इसकी प्री परीक्षा जनवरी 2020 में हुई थी और अप्रैल 2022 में इंटरव्यू के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई थी, लेकिन इसके बाद फिर कानूनी पेंच फंस गए, जिसके बाद फिर स्पेशल मैंस हुई और नए सिरे से रिजल्ट जारी हुआ और अब इंटरव्यू का सभी को बेताबी से इंतजार है।



 



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