संजय गुप्ता, INDORE. अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में आराध्य रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। इस ऐतिहासिक और धार्मिक अवसर के लिए राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) ने विशेष तैयारी की है। इसके तहत एक जनवरी से 21 जनवरी तक पूरे देश में राम मंदिर के 500 साल के संघर्ष के इतिहास को बताया जाएगा। इसके लिए रविवार को विविध संघ दफ्तरों में प्रशिक्षण कार्यक्रम किया गया। इंदौर में नवनिर्मित संघ के भवन सुदर्शन में यह प्रशिक्षण बैठक हुई।
यह है संघ की पूरी योजना
संघ के नए भवन सुदर्शन में हुए प्रशिक्षण में इंदौर विभाग के संघ की संपर्क, प्रचार शाखा के कार्यकर्ता मौजूद थे। सभी को एक साहित्य भी उपलब्ध कराया गया है, जिसमें बताया गया कि इस मंदिर के लिए अभी नहीं 500 साल से संघर्ष हो रहा है और करोड़ों लोगों ने इसके लिए बलिदान दिया है। मुगलों ने किस तरह से यहां निर्माण किए, फिर किस तरह से स्थानीय लोगों ने आंदोलन किया, उनके साथ क्या हुआ? यह सभी जानकारी दी गई। बैठक में प्रांत कार्यवाह विनित नवाथे, विभाग संघ चालक डॉ. मुकेश मोढ, आलोक दवे, विनय पिंगले व अन्य पदाधिकारियों के साथ करीब 200 कार्यकर्ता उपस्थित थे।
कार्यकर्ता अब आगे क्या करेंगे ?
यह कार्यकर्ता अब अपने समाज के बीच जाएंगे और इस तरह घर-घर पहुंच करेंगे और राम मंदिर का यह अवसर क्यों महान और ऐतिहासिक महत्व का है इसकी जानकारी देंगे। संघ ने कहा है कि मंदिरों से जुड़ाव होना, अपने धर्मस्थलों से जुड़ाव होना काफी जरूरी है, तभी हम देश के पुरातन इतिहास, धार्मिक महत्व को समझेंगे।
मंदिर निर्माण में समाज के हर वर्ग से ली है दानराशि
संघ ने बैठक में बताया कि इस मंदिर से सभी लोग जुड़ाव महसूस करें, इसलिए सभी से स्वेच्छा राशि ली गई है। चाहे वह दस रुपए हो या अधिक, ताकि पूरा समाज महसूस करे यह मंदिर सभी का है। कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वह अपने निकट के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लाइव टेलीकास्ट का जिम्मा देखे, प्रभात फेरियां निकाली जाएं।
संघ यहीं नहीं रूकेगा, आगे तीन माह तक की योजना
संघ केवल यही नहीं रूक रहा है। आगे तीन माह की प्लानिंग है कि हर कार्यकर्ता को क्रमबद्ध तरीके से अयोध्या ले जाया जाएगा, वहां टेंट सिटी में रूकवाएंगे और वहीं संघ की शाखा लगेगी।